औरैया मर्डर: प्रेमी से शादी की चाहत, पैसे के लिए दिलीप संग फेरे; भाई की सजा की मांग।

औरैया में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें दुल्हन ने अपने पति की हत्या का काण्ड केवल 15 दिन बाद किया। प्रगति ने अपने प्रेमी अनुराग के साथ मिलकर इसे अंजाम दिया। इस मामले में ग्रामीणों का कहना है कि प्रगति और अनुराग के बीच का प्रेम प्रसंग किसी से छिपा नहीं था। उनके परिवार और गांव वाले भी इस बात से अवगत थे कि दोनों के बीच गहरे भावनात्मक संबंध थे। बावजूद इसके, प्रगति के परिवार ने दिलीप से उसकी शादी करा दी, जिसका परिणाम खतरनाक साबित हुआ।

पेशेवर जीवन के अलावा, प्रगति के घर में उनके पिता की स्वास्थ्य समस्याएं और आर्थिक संकट भी थे। उनके पिता गोविंद सिंह को गंभीर दिल की बीमारी है, और कोरोना महामारी के दौरान उनकी नौकरी चली गई थी। इस वजह से प्रगति का परिवार कृषि कार्य करने लगा था, जिससे रोजी-रोटी चलाने में मुश्किलें आ रही थीं। प्रगति ने अपने प्रेमी अनुराग का कोई जिक्र अपने परिवार से नहीं किया। शादी की सभी रस्में निभाते समय, वह अपने पति की संगत में पूर्ण रूप से जुटी दिखी। लेकिन अंदर ही अंदर वह अपने प्रेम के साये में खोई हुई थी।

इस जघन्य हत्या की घटना की जानकारी मिलने के बाद, प्रगति के परिवार वाले कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। प्रगति के भाई आलोक का कहना है कि हमारे परिवार और दिलीप के परिवार ने इस रिश्ते को खुशी-खुशी स्वीकार किया था। हमें प्रगति के प्रेम संबंध के बारे में कुछ भी नहीं पता था। अब जब वह हत्या के लिए दोषी सिद्ध हो रही है, तो हम चाहते हैं कि उसे कठोर से कठोर सजा मिले। उनका कहना है कि इस घटना ने पूरे परिवार को बेहद दुखी कर दिया है और वे इससे शर्मिंदा हैं।

दिलीप के परिवार का कहना है कि अगर उनको प्रगति की असलियत का पता होता, तो वो कभी भी इस शादी के लिए नहीं मानते। दिलीप के पिता, सुमेर यादव, ने बहुत गहरी पीड़ा के साथ कहा कि उनकी पत्नी और बेटे का इस घटना से चित्कारी हो गई है। उन्होंने भी यही मांग की है कि प्रगति को सख्त से सख्त सजा दी जाए। दिलीप की मां सुमन देवी का कहना है कि प्रगति ने जिस तरह से विश्वास तोड़ा है, वह बेहद हृदय विदारक है। इन सब के बीच, अनुराग के परिवार वाले भी दुखी हैं और उन्होंने कहा है कि उनके भाई को फंसाया गया है।

इस घटना के बाद से गांव में सन्नाटा छा गया है और लोग इस जघन्य कृत्य के बारे में बात करने से कतराते हैं। गांव के कई लोग मानते हैं कि अगर प्रगति और अनुराग की शादी पहले ही कर दी गई होती, तो यह त्रासदी संभवतः टल सकती थी। इस प्रकरण ने साबित कर दिया है कि सामाजिक मान्यताएं और पारिवारिक अपेक्षाएं व्यक्तियों की निजी जिंदगी पर कितनी गहरा असर डाल सकती हैं। ऐसे में यह मामला न केवल हत्या का है, बल्कि यह युवा प्रेम और उसके परिणामों पर भी गंभीर सवाल उठाता है।

अब देखते हैं कि आगे इस मामले में क्या कार्रवाई होती है और न्याय अब कैसे सभा इस मुद्दे का हल निकाला जाएगा। समाज को इस घटना से सबक लेना चाहिए कि प्रेम और संबंधों को समझने और उनके प्रति संवेदनशीलता जरूरी है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

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