गौशाला में गौवंशों को मिले उत्तम खाद्यान, हो बेहतर इलाज : महापौर

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गौशाला में गौवंशों को मिले उत्तम खाद्यान, हो बेहतर इलाज : महापौर

कानपुर, 17 फरवरी (हि.स.) नगर निगम कानपुर के द्वारा रोजाना अभियान संचालित कर आवारा गौवंशों को पकड़कर गौशाला में संरक्षित किया जाता है, जिसमें अधिकांश गौवंश अस्वस्थ्य, रोग ग्रस्त एवं पॉलीथीन खाये हुये होते है, साथ ही साथ गंभीर स्थिति होने के कारण मृत्यु भी हो जाती है। इस प्रकार के पशुओं को उपचार की आवश्यकता होती है। ऐसे गौवंशों का अलग से रिकार्ड रखा जाये। साथ ही बीमार पशुओं की चिकित्सा की जाये एवं मृत्यु होने पर तत्काल निस्तारण किया जाये। यह बातें सोमवार को महापौर प्रमिला पांडेय ने कही।

महापौर प्रमिला पांडेय ने जाना गांव स्थित कान्हा गौशाले का मुआयना करने पहुंची। इस दौरान व्यवस्थायें दुरूस्त पायी गयी। गौशाला में गायें हेतु चारे, भूसे एवं पानी की व्यवस्था अच्छी थी। उनके द्वारा गौशाला के समस्त दस शेडों को भी देखा गया। जिसमें गौवंशों के खाद्यान (गेंहू का सूखा भूसा, चोकर एवं हराचारा) की गुणवत्ता उत्तम पायी गयी। गौशाला स्थित दो भूसा गोदामों में दो हजार क्विंटल गेंहू का सूखा भूसा एवं दो सौ क्विंटल चोकर भी उपलब्ध था। कान्हा गौशाला के पास ही निर्मित नवीन गौशाला को भी प्रारम्भ किये जाने के निर्देश दिये गये। इसके अतिरिक्त वहां उपस्थित लोगों को यह भी अवगत कराया गया कि गौशाला में संरक्षित गौवंशों में से बीमार पशुओं का एकसाथ उपचार करने हेतु पचास गौवंशों का एक बड़ा इनडोर वार्ड बनवाया जाये, जिससे बीमार पशुओं को गौशाला के पशुओं से अगल रखकर चिकित्सा की जा सके। कान्हा गौशाला में स्थित पशुचिकित्सालय का भी जायजा लिया गया, जहां दो बीमार गौवंशों का उपचार लाल बंगला के पशुचिकित्सक डा. हरिकान्त के द्वारा किया जा रहा था। महापौर ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. राम किशोर को निर्देशित करते हुए कहा कि जो भी बीमार, घायल गौवंश इस गौशाला में लायी जाती हैं। उनकी प्रतिदिन सूची तैयार कर उसकी सूची मीडिया को भी उपलब्ध करायी जाये।

इस दौरान मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी, डॉ. आरके निरंजन, पशुचिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी, डॉ. शिल्पा सिंह, वरिष्ठ गौशाला प्रभारी, दिनेश कुमार, गौशाला प्रभारी, ऋषीकेश, साथ ही साथ बजरंग दल के पदाधिकारी अमर नाथ, आकाश यादव, आनंद सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।


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