चान्हो थाना क्षेत्र में हुए रामबली यादव हत्या कांड का रांची पुलिस ने गुत्थी सुलझा ली है। हत्याकांड में शामिल छह अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसमें दो नाबालिग है। गिरफ्तार चार अभियुक्तों में चंपा देवी उर्फ चंपा उरांव, विष्णु उरांव, विकास उरांव और आशीष कुमार शामिल है। ग्रामीण एसपी प्रवीण पुष्कर बताया कि चंपा उरांव ने रामबली यादव की हत्या की प्लानिंग रची थी। चंपा ने गिरफ्तारी के बाद बताया कि रामबली से उसका परिचय बनारस में ईंट भट्ठे में हुआ था। रामबली ईंट भट्ठे में मुंशी का काम करता था। दोनों में करीबियां बढ़ी और चंपा उसके साथ रहने लगी। रामबली यादव ने अपनी एक जमीन बेची थी, लेकिन जमीन बेचकर मिले पैसे उसने अपनी पहली पत्नी के पास बनारस भेज दिए थे। जिससे उसकी दूसरी पत्नी चंपा उरांव नाराज थी। इसी बात से नाराज होकर उसने रामबली की हत्या की साजिश रच डाली। उसने रामबली की गोली मारकर हत्या करवाई। फिर उसके शव को एक कुंआ में फेंक दिया और मिट्टी से दफना दिया। ग्रामीण एसपी ने बताया कि रामबली यादव का बेटा राहुल यादव जो वाराणसी में रहता है उसका अपने पिता से पिछले छह माह से संपर्क नहीं हो पा रहा था। इस वजह से वह चान्हो थाना पहुंचा और अपने पिता की गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की तो रामबली की दूसरी पत्नी चंपा उरांव पर संदेह हुआ। पुलिस ने गुप्त रूप से चंपा पर नजर रखनी शुरू कर दी। संदेह की पुष्टि होने पर पुलिस टीम ने चंपा और उसके एक रिश्तेदार विष्णु उरांव को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की। सख्ती से पूछताछ के दौरान दोनों आरोपी टूट गए। दोनों ने हत्याकांड की पूरी कहानी पुलिस को बताया। प्लानिंग के तहत, चंपा देवी ने अपने रिश्तेदार विष्णु उरांव, विकास उरांव, आशीष कुमार और दो नाबालिगों के साथ मिलकर रामबली यादव को पहले गोली मारी और उसकी हत्या कर शव को कुंआ में फेंक मिट्टी से ढक दिया। गिरफ्तारी के बाद अभियुक्त विकास उरांव की निशानदेही पर एक देशी पिस्टल तीन कारतूस और दो बाइक बरामद किया। वहीं चंपा उरांव की निशानदेही पर खुलासे के बाद पुलिस ने मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में कुंआ से रामबली का शव निकाला। शव निकालते लोग। बरामद देशी पिस्टल
हत्याकांड के 6 माह बाद पुलिस ने किया खुलासा, दो नाबालिग सहित 6 गिरफ्तार
