अयोध्या में सपा के पूर्व मंत्री ने मंगलवार को बड़ा खुलासा किया। तेज नारायण पांडेय उर्फ पवन पांडेय ने कहा- मेरे पास यूपी सरकार की ऑडिट रिपोर्ट है। अयोध्या नगर निगम ने 200 करोड़ रुपए का घोटाला किया है। ऑडिट रिपोर्ट में यह लूट सामने आई है। पवन पांडेय ने कहा- यूपी में जब से योगी आदित्यनाथ की सरकार आई है, अयोध्या में भ्रष्टाचार चरम पर है। नौकरशाही और BJP नेताओं के गठजोड़ ने अयोध्या के लोगों को ठगने का काम किया है। उन्होंने आरोप लगाया- नगर आयुक्त विशाल सिंह और महापौर महंत गिरीश पति तिवारी के कार्यकाल में सबसे ज्यादा गड़बड़ी हुई। जिन्हें ब्लैकलिस्ट किया गया, उन्हीं को ठेके देकर कई सौ करोड़ का घोटाला किया गया। इसकी जांच केंद्र की जांच एजेंसी CAG से करानी चाहिए। तेज नारायण ने मीडिया के सामने एक ऑडिट रिपोर्ट को रखकर खुलासा किया। अब सिलसिलेवार पूरा मामला पढ़िए… सपा नेता बोले- 60 लाख की गड़बड़ी पर मेयर चुप्पी साधे रहे
पवन पांडेय ने कहा- अयोध्या में लूट हो रही है। राम नाम की माला जपने वाली सरकार ने अयोध्या को भी नहीं छोड़ा। जिस राम के नाम पर राज किया, वहां की प्रजा को लूटा जा रहा है। ये लोग राम के नाम पर सौदागर हैं, लुटेरे हैं। 60 लाख की अनियमितता में एक आदमी जेल गया है, मगर मेयर चुप्पी साधे रहे। सीएम हर सप्ताह अयोध्या आते हैं, लेकिन उनकी नाक के नीचे यह लूट चलती रही और वो अनजान बने रहे। अयोध्या के लोगों की खून-पसीने की कमाई है। ये जो दस्तावेज हैं, मेरे घर पर नहीं छपे हैं। ये सरकारी दस्तावेज हैं। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान इस तरह हुई गड़बड़ी 1- सफाई 15.5 किमी, पेमेंट 28 किमी का
ऑडिट रिपोर्ट में बताया गया है कि प्राण प्रतिष्ठा के समय 28 किलोमीटर मार्ग की सफाई का काम 3 महीने के लिए दिया गया था। जिस दिन यह काम दिया गया, उसके अगले दिन आदेश किया गया कि 15.5 किलोमीटर पर ही सफाई कार्य हो सकता है। 12.5 किलोमीटर पर निर्माण कार्य चल रहा है, इसलिए उस हिस्से पर सफाई नहीं हो सकती। जब पेमेंट किया गया, तो पूरे 28 किलोमीटर का कर दिया गया। 2- सजावट 19 चौराहे पर, भुगतान 22 चौराहे का हुआ
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के समय 22 चौराहों पर सजावट का काम दिया गया। जबकि वाराणसी की एक संस्था से सत्यापन कराया गया, तो केवल 19 चौराहे पर ही सजावट का काम किया गया था। इसमें हर चौराहे पर सजावट के लिए लगभग एक करोड़ का बजट था। जब भुगतान किया गया तो सभी 22 चौराहों पर सजावट का भुगतान कर दिया गया। 3- कान्हा गोशाला में सोलर पैनल नहीं चला, पेमेंट कर दिया गया
अयोध्या के कान्हा गोशाला में एक करोड़ से ज्यादा रकम से सोलर संयंत्र लगवाने का आदेश दिया गया। जबकि इसी सोलर ऊर्जा से गोशाला को पानी-बिजली समेत अन्य सुविधाएं मिलनी थीं। आज तक यह सोलर संयंत्र चल नहीं पाया है। इसका काम अधूरा आधा अधूरा है, जबकि इसका पेमेंट पूरा कर दिया गया। पवन पांडेय बोले- प्राण प्रतिष्ठा में भी लूट का खेल
तेज नारायण पांडेय उर्फ पवन पांडेय ने आरोप लगाया कि प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा जैसे ऐतिहासिक और धार्मिक आयोजन में भी लूट का खेल खेला गया। भाजपा के कुछ नेता और अधिकारी मिलकर 200 करोड़ से अधिक का घोटाला कर चुके हैं। पूर्व मंत्री का कहना है कि उन्होंने सैकड़ों जनसूचनाएं दाखिल कीं, मगर प्रशासन ने महज 102 का जवाब दिया। इससे साफ है कि अंदर कुछ बड़ा गड़बड़झाला चल रहा। जब हमने आरटीआई के जरिए सच्चाई जाननी चाही, तो फाइलें गायब हो गईं। करोड़ों के टेंडर बिना प्रक्रिया जारी किए गए। कुछ अधिकारियों ने भगवान के नाम पर भी ‘ठेका संस्कृति’ का खेल खेला। मुख्यमंत्री लड्डू खाते रह गए, अफसर अयोध्या को लूटते रहे
पूर्व मंत्री ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा- मुख्यमंत्री हर महीने अयोध्या आते हैं, लेकिन उनके अधिकारी अयोध्या को लूटते रहते हैं। मुख्यमंत्री जी केवल लड्डू खाते रह जाते हैं। पवन पांडेय ने नगर निगम और आउटसोर्सिंग घोटालों पर भी तीखे सवाल दागे। उन्होंने बताया कि ‘एबी इंटरप्राइजेज’ नामक फर्म को लगातार टेंडर मिल रहे हैं, जबकि उसका दोबारा टेंडर कभी जारी ही नहीं हुआ। नगर निगम के कई अधिकारियों को महापौर का खुला संरक्षण मिला है। नगर आयुक्त विशाल सिंह के कार्यकाल में जितने काम हुए, उनमें ‘ह्रदय में राम और काम में भ्रष्टाचार’ की झलक साफ दिखती है। प्रधानमंत्री के आने से पहले करें कार्रवाई
पूर्व मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित अयोध्या दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि उनके आने से पहले नगर निगम और अन्य जिम्मेदार अफसरों पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाए। वरना यह भ्रष्टाचार ‘रामराज्य’ के नाम पर कलंक बन जाएगा। अयोध्या के नाम पर चल रहे करोड़ों के प्रोजेक्ट्स और धार्मिक आयोजनों में पहले भी अनियमितताओं के आरोप लगते रहे हैं। अब जब आरोप प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा जैसे पवित्र आयोजन पर लगे हैं, तो सवाल सिर्फ पैसों का नहीं, बल्कि श्रद्धा की पवित्रता का भी है। इस मामले में अयोध्या निगम के अपर नगर आयुक्त डॉ. नागेंद्र नाथ ने कहा- सभी विभागों में ऑडिट एक सामान्य प्रक्रिया है। इसी कड़ी में वित्तीय वर्ष 2023-2024 की ऑडिट आपत्तियां नगर निगम को मिली हैं। जिनका परीक्षण कराते हुए उनका उत्तर तैयार करके ऑडिट विभाग को उपलब्ध कराया जाएगा। ऐसा लग रहा है कि तकनीकी रूप से ऑडिट आपत्तियां बिना चेक किए हुए भेज दी गई हैं। आपत्तियां निस्तारण के लिए 3 महीने समय दिया गया है। ——————- ये खबर भी पढ़िए- गर्लफ्रेंड की शादी तय हुई…प्रेमी पानी टंकी से कूदा, मौत, अनूपशहर में मां गिड़गिड़ाती रही- कूदना मत बुलंदशहर में 80 फीट ऊंची पानी टंकी से 22 साल युवक ने कूद कर जान दे दी। वह गर्लफ्रेंड की शादी किसी और से तय होने से नाराज था। जानकारी के मुताबिक, सज्जा (22) मंगलवार सुबह 9.30 बजे पानी की टंकी पर चढ़ गया। इसके बाद वो जोर-जोर से रोने लगा। यह देखकर नीचे काफी भीड़ जमा हो गई। सूचना घरवालों को लगी तो वो भी भागकर वहां पहुंचे। पढ़ें पूरी खबर…
‘रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर 200 करोड़ का घोटाला’:सपा नेता बोले- BJP नेताओं और अफसरों ने मिलकर लूटा; मेयर चुप्पी साधे रहे
