मैनपुरी के करहल विधानसभा क्षेत्र में शिवपाल सिंह यादव ने भाजपा सरकार पर तीखी टिप्पणी की। वह पूर्व राज्य मंत्री सुभाष चंद्र यादव का हाल-चाल जानने पहुंचे थे। शिवपाल ने कहा कि भाजपा राज्य में किसानों और छोटे लोगों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है। उन्होंने अपनी सरकार का उदाहरण देते हुए कहा कि तब खाद की कोई कमी नहीं थी। आज किसान दो बोरी खाद के लिए लंबी कतारों में खड़े हैं। समाजवादी पार्टी की सरकार में छोटे-बड़े सभी किसानों को बिना किसी सीमा के खाद उपलब्ध कराई जाती थी। भाजपा नेताओं पर निशाना साधते हुए शिवपाल ने कहा कि वे सुबह से शाम तक झूठ बोलते हैं। उन्होंने सरदार पटेल से जुड़े एक झूठे दावे का जिक्र किया। एक नेता ने कहा था कि उनकी पटेल से 1952 में बातचीत हुई, जबकि पटेल का निधन 1950 में ही हो चुका था। स्वामी प्रसाद मौर्य के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उन्हें एमएलसी बनाया गया और वह फिर पार्टी छोड़कर चले गए। नेपाल में हुए विद्रोह पर टिप्पणी करते हुए शिवपाल ने कहा कि पड़ोसी देशों से अच्छे संबंध होने चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत के आसपास के देशों की स्थिति अच्छी नहीं है। नेपाल हमेशा से मित्र देश रहा है और उससे अच्छे संबंध बनाए रखने चाहिए। देश की विदेश नीति पर सवाल शिवपाल ने कहा कि हमारे देश की विदेश नीति इस समय अच्छी नहीं है। जब से भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई है, तब से हमारे प्रधानमंत्री पूरी दुनिया घूम चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद विदेश नीति बेहतर नहीं हो पाई है। भाजपा ने अडाणी को बेच दी संस्थाएं लखनऊ में फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग को लेकर पूछे गए सवाल पर शिवपाल ने कहा कि भाजपा सरकार ने बहुत-सी संस्थाएं अडानी ग्रुप के हाथों में दे दी हैं। एयरपोर्ट भी अडानी को सौंप दिए गए हैं। पहले अलग-अलग कंपनियों के पास थे और वे समय से सही काम कर लिया करते थे, लेकिन अब सब कुछ अडानी को दे दिया गया है। ऐसे में व्यवस्था कैसे ठीक रह सकती है? भाजपा पर देश को लूटने का आरोप शिवपाल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लोग देश को पूरी तरह से लूट रहे हैं। बताइए कितना टैक्स वसूला जा रहा है। टैक्स के साथ-साथ हर चीज में रिश्वतखोरी और वसूली हो रही है। स्मार्ट विद्युत मीटर को लेकर किसानों द्वारा किए जा रहे विरोध पर उन्होंने कहा कि स्मार्ट मीटर इतनी तेजी से भाग रहा है कि पहले जो 2,000 रुपये का बिल आता था, अब वही 5 से 7 हजार रुपये का बन रहा है। जनता पर जब ज्यादा भार पड़ेगा तो विरोध तो होगा ही। खराब शिक्षा नीति पर हमला शिवपाल ने कहा कि इस समय देश और प्रदेश में भाजपा के खिलाफ माहौल है। नई शिक्षा नीति ने शिक्षा व्यवस्था को खराब कर दिया है। स्कूल बंद हो रहे हैं। अंग्रेजों के समय की तरह अब गरीब बच्चों को शिक्षा से वंचित करने की कोशिश हो रही है। नई शिक्षा नीति में छात्रों को साल में कई सेमेस्टर परीक्षाएं देनी पड़ रही हैं—मई-जून की गर्मियों में और सर्दियों में भी, जब बिजली नहीं होती और छात्र पैदल या साइकिल से परीक्षा केंद्र तक पहुंचते हैं। यूनिवर्सिटी और कॉलेज में अब पहले जैसे पढ़ाई नहीं शिवपाल ने कहा कि पहले यूनिवर्सिटी में इतनी फीस कभी नहीं लगती थी जितनी अब हर सेमेस्टर में लग रही है। अब पहले जैसी पढ़ाई नहीं होती, क्लास नहीं लगतीं, और छात्र भी कॉलेज नहीं आते। कॉलेज में बच्चे सिर्फ परीक्षा देने आते हैं, लेकिन पूरी फीस वसूली जाती है। गरीबों के बच्चों के लिए मुश्किल उन्होंने कहा कि कान्वेंट स्कूलों की प्रणाली अभी भी ठीक है। वहां क्लास भी लगती हैं और पढ़ाई भी होती है। लेकिन इनकी फीस इतनी ज्यादा है कि आम किसान और मजदूर का बच्चा वहां पढ़ ही नहीं सकता। ऐसे में गरीब और किसान मजदूरों के बच्चे मुकाबला कैसे कर पाएंगे? यही सरकार की नीति है, कि गरीब, किसान और मजदूर के बच्चे शिक्षा प्राप्त न कर सकें।
शिवपाल बोले- भाजपा किसानों, गरीबों और देश को लूट रही:हमारी सरकार में खाद की कमी नहीं थी, आज दो बोरी मिलने में भी किल्लत
