वाराणसी के चौक थाना क्षेत्र स्थित संकठा गली के ऐतिहासिक आत्म विश्वेश्वर मंदिर में एक भीषण हादसा हो गया। सावन माह के आखिरी दिन आयोजित विशेष आरती के दौरान अचानक जलता हुआ दीपक की लपट से मंदिर में आग लग गई। हादसे के वक्त मंदिर के अंदर 50-60 की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे, जिससे अफरा-तफरी मच गई। इस आगजनी में मंदिर के पुजारी समेत सात लोग बुरी तरह झुलस गए, जिन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। कैसे हुआ हादसा प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सावन के समापन अवसर पर मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया था। परंपरा के तहत मंदिर में रूई से शृंगार किया गया था और शाम को भव्य आरती की तैयारी थी। श्रद्धालु बड़ी संख्या में आरती देखने और पूजा करने पहुंचे थे। इसी दौरान, आरती के समय जलता हुआ दीपक हाथ से फिसलकर नीचे गिर गया। दीपक के गिरते ही रूई के श्रृंगार में तुरंत आग पकड़ ली और देखते ही देखते मंदिर का अंदरूनी हिस्सा लपटों में घिर गया। अफरा-तफरी और बचाव कार्य आग लगते ही वहां मौजूद लोगों में चीख-पुकार मच गई। श्रद्धालु एक-दूसरे को बचाने में जुट गए, वहीं कुछ लोग पानी और अन्य साधनों से आग बुझाने की कोशिश करने लगे। लेकिन सजावट में प्रयुक्त रूई और सजावटी वस्तुओं के कारण आग तेजी से फैलती गई। इस दौरान कई लोग आग की चपेट में आ गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी। मौके पर पहुंची टीम ने घायलों को मंडलीय अस्पताल पहुंचाया, जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए महमूरगंज स्थित जेएस मेमोरियल अस्पताल रेफर कर दिया गया। झुलसे लोगों की पहचान हादसे में गंभीर रूप से झुलसे सात लोगों की पहचान बैकुंठनाथ मिश्रा, प्रिंस पांडेय, सानिध्य मिश्रा, शिवान्य मिश्रा, देव नारायण पांडेय, सत्यम पांडेय और कृष्णा के रूप में हुई है। इनमें मंदिर के पुजारी भी शामिल हैं। मंत्री और प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे अस्पताल घटना की जानकारी मिलते ही उत्तर प्रदेश के मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु और जिलाधिकारी मौके पर अस्पताल पहुंचे। मंत्री ने घायलों का हालचाल जाना और डॉक्टरों को बेहतर इलाज के निर्देश दिए। उन्होंने आश्वासन दिया कि पीड़ितों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी और हादसे की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
वाराणसी में आत्मविश्वेश्वर मंदिर में हादसा:पुजारी समेत 7 श्रद्धालु झुलसे, 2 मिनट में जलकर खत्म हो गई सजावट
