स्वीडन की नई स्वास्थ्य मंत्री एलिजाबेथ लैन प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बेहोश हुई और पोडियम पर गिर गई। इसके बाद उनका तुरंत इलाज किया गया और उन्होंने वापस कांफ्रेंस ज्वाइन किया। लैन ने बताया कि ब्लड शुगर कम होने की वजह उनकी तबीयत बिगड़ी थी। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री एको अंकरबर्ग जोहानसन के इस्तीफे के बाद मंगलवार को लैन नई स्वास्थ्य मंत्री बनी थी। यह प्रेस कांफ्रेस में लैन को मीडिया से मिलाने के लिए रखा गया था। इसमें प्रधानमंत्री उल्फ क्रिस्टर्सन और अन्य मंत्री भी मौजूद थे। अंतरराष्ट्रीय मामलों से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें… पूर्वी कांगो में इस्लामिक स्टेट से जुड़े विद्रोहियों ने 60 लोगों का कत्ल किया, अंतिम संस्कार में शामिल होने आए थे ग्रामीण पूर्वी कांगो में मंगलवार रात को इस्लामिक स्टेट से जुड़े विद्रोही समूह एलाइड डेमोक्रेटिक फोर्स (ADF) ने हमला किया, जिसमें कम से कम 60 लोगों की मौत हो गई। यह हमला उस समय हुआ जब लोग एक अंतिम संस्कार में इकट्ठा हुए थे। एक प्रत्यक्षदर्शी ने मीडिया को बताया, ‘लगभग 10 हमलावर थे। उनके पास माचेट (बड़ा चाकू) थे। उन्होंने लोगों को एक जगह इकट्ठा होने को कहा और फिर उन्हें मारना शुरू कर दिया। मैंने लोगों को चीखते सुना और बेहोश हो गई।’ लुबेरो क्षेत्र के प्रशासक कर्नल एलन किवेवा ने बताया कि मरने वालों की संख्या 60 के आसपास है, लेकिन अंतिम आंकड़ा अभी साफ नहीं है। उन्होंने कहा, ‘हमने क्षेत्र में सेवाएं भेजी हैं ताकि लोगों की गिनती की जा सके।’ मंगलवार को ही बेनी क्षेत्र में ADF ने एक और हमला किया था, जिसमें 18 लोग मारे गए थे। कांगो-युगांडा सीमा पर सक्रिय ADF ने 2019 में इस्लामिक स्टेट के प्रति निष्ठा जताई थी। कांगो और युगांडा की कार्रवाइयों के बावजूद यह समूह नागरिकों पर हमले कर रहा है। जुलाई में इतुरी प्रांत में ADF ने दो बड़े हमले किए थे, जिनमें 34 और 66 लोग मारे गए थे। क्षेत्र में कई समूह सक्रिय हैं, जिनमें रवांडा समर्थित एम23 विद्रोही और कांगो सरकार के बीच बड़ा संघर्ष शामिल है। संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार आयुक्त वोल्कर तुर्क ने कहा कि सुरक्षा की कमी का फायदा उठाकर ADF हमले कर रहा है। स्थानीय लोग डर और अनिश्चितता में जी रहे हैं, और स्थिति लगातार बिगड़ रही है। अमेरिकी वित्त मंत्री ने कहा-रूस के खिलाफ कड़े कदम उठाने को तैयार अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने मंगलवार को यूरोपीय देशों के साथ बातचीत में रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अमेरिका यूक्रेन युद्ध को रोकने के लिए रूस के खिलाफ कड़े कदम उठाने को तैयार है। बेसेंट ने कहा कि रूस पर प्रतिबंध तभी सफल होगा, जब यूरोपीय देश अमेरिका का साथ देंगे। बेसेंट ने यूरोपीय देशों के दूत को राष्ट्रपति ट्रम्प की रणनीति के बार में बताया।
वर्ल्ड अपडेट्स:स्वीडन की स्वास्थ्य मंत्री एलिजाबेथ लैन की तबीयत बिगड़ी, प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान बेहोश
