वर्ल्ड अपडेट्स:महीनों बाद साथ दिखे डोनाल्ड ट्रम्प और इलॉन मस्क, एक दूसरे से हाथ भी मिलाया

वर्ल्ड अपडेट्स:महीनों बाद साथ दिखे डोनाल्ड ट्रम्प और इलॉन मस्क, एक दूसरे से हाथ भी मिलाया
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और अरबपति इलॉन मस्क महीनों के विवाद के बाद पहली बार साथ नजर आए। दोनों ने एक-दूसरे से हाथ मिलाया और बातें कीं। यह मुलाकात एरिजोना के ग्लेनडेल में आयोजित एक कार्यक्रम में हुई। यहां हजारों लोग दक्षिणपंथी एक्टिविस्ट चार्ली कर्क को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। इसके बाद दोनों के बीच फिर से सुलह को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। मस्क ने ट्रम्प के राष्ट्रपति चुनाव में 270 मिलियन डॉलर से ज्यादा का चंदा दिया था और बाद में वे उनके सलाहकार भी बने। ट्रम्प के दूसरे कार्यकाल में मस्क ने डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) का नेतृत्व किया था। इसके तहत बड़ी संख्या में सरकारी नौकरियां खत्म की गईं। हालांकि बाद में दोनों के रिश्ते बिगड़ गए। मस्क ने मई में ट्रम्प के टैक्स और खर्च बिल को पागलपन और विनाशकारी बताया। इसके बाद सोशल मीडिया पर दोनों के बीच जमकर विवाद हुआ। मस्क ने ट्रम्प पर एप्स्टीन फाइल्स में नाम आने का भी आरोप लगाया था। वहीं ट्रम्प ने जुलाई में कहा था कि वे मस्क को देश से बाहर भेजने पर विचार करेंगे। तनाव के बाद मस्क ने अपनी अलग अमेरिका फर्स्ट पार्टी बनाने का ऐलान किया था। अंतरराष्ट्रीय मामलों से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… H1B वीजा विवाद के बीच चीन ने नया K वीजा पेश किया, दुनियाभर से टैलेंटेड लोगों को लुभाने की तैयारी अमेरिका के H-1B वीजा की एप्लिकेशन फीस बढ़ाने से जुड़े विवाद के बीच चीन ने नया K वीजा प्रोग्राम पेश किया है। यह वीजा खासकर साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथ्स (STEM) क्षेत्रों के युवा पेशेवरों के लिए है। चीन का लक्ष्य है कि वह उन देशों की वैकेंसी को भर सके, जो अपने वीजा नियम कड़े कर रहे हैं।चीन ने यह निर्णय अगस्त में मंजूर किया था और नए नियम 1 अक्टूबर 2025 से लागू होंगे। इसमें वीजा धारकों के लिए अधिक प्रवेश, लंबी वैधता और अधिक ठहरने की सुविधा दी जाएगी। चीन ने पिछले कुछ समय में 74 देशों के नागरिकों को 30 दिन तक वीजा-मुक्त प्रवेश की सुविधा भी दी है। यह कदम पर्यटन, अर्थव्यवस्था और देश की सॉफ्ट पावर बढ़ाने के लिए उठाया गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि H-1B वीजा पर अमेरिकी कदम के बाद चीन इस क्षेत्र में अवसर तलाश रहा है। नॉर्थ कोरियाई नेता किम बोले- अमेरिका से बातचीत कर सकते हैं; वह परमाणु हथियार छोड़ने की मांग न करे नॉर्थ कोरियाई नेता किम जोंग उन ने कहा है कि अगर अमेरिका उनके देश से परमाणु हथियार छोड़ने की मांग नहीं करता, तो वे अमेरिका के साथ बातचीत कर सकते हैं। यह जानकारी सोमवार को नॉर्थ कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी KCNA ने दी। रविवार को सुप्रीम पीपुल्स असेंबली में अपने भाषण में किम ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के पिछले कार्यकाल को भी याद किया। उन्होंने कहा कि ट्रम्प के पहले कार्यकाल में वे तीन बार मिले थे। उन्होंने कहा कि नॉर्थ कोरिया ने अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए परमाणु हथियार बनाए हैं। किम ने कहा कि अगर अमेरिका हमारी परमाणु नीति में अड़चन नहीं डालता, तो हमें अमेरिका के साथ बैठने में कोई समस्या नहीं है। नेपाल की अंतरिम सरकार में 5 नए मंत्री शामिल होंगे, राष्ट्रपति पौडेल आज शपथ दिलवाएंगे नेपाल की अंतरिम सरकार में आज 5 नए मंत्री शामिल होंगे। पीएम सुशीला कार्की ने रविवार देर रात राष्ट्रपति को नए नामों की सिफारिश भेजी है। इनमें सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज अनिल कुमार सिन्हा, मैग्सेसे अवॉर्ड विजेता महाबीर पुन, संगीता कौशल मिश्रा, पत्रकार जगदीश खरेल और मदन परियार शामिल हैं। राष्ट्रपति पौडेल आज सभी मंत्रियों को शपथ दिलवाएंगे। अनिल कुमार सिन्हा को तीन मंत्रालय उद्योग, वाणिज्य और आपूर्ति, कानून और न्याय, साथ ही भूमि सुधार मंत्रालय का जिम्मा देने की तैयारी है। महाबीर पुन को शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री, मदन प्रसाद परियार को कृषि मंत्री, जगदीश खरेल को सूचना और संचार मंत्री, संगीता मिश्रा को स्वास्थ्य मंत्री बनाया जाएगा। इसके साथ ही अंतरिम सरकार ने रविवार को हत्या, आगजनी और बर्बरता की घटनाओं की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय आयोग का गठन किया। नेपाल में सोशल मीडिया बैन और भ्रष्टाचार के खिलाफ जेन-Z का विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया था और जान-माल का भारी नुकसान हुआ था। 60 साल में पहली बार सीरियाई राष्ट्रपति न्यूयॉर्क पहुंचे; UNGA के सत्र में शामिल होंगे अहमद अल-शरा सीरिया के राष्ट्रपति अहमद अल-शरा रविवार को न्यूयॉर्क पहुंचे हैं। वे यहां संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के सत्र में हिस्सा लेंगे। लगभग 60 साल बाद कोई सीरियाई राष्ट्रपति UNGA में शामिल हो रहा है। आखिरी बार 1967 में सीरिया के राष्ट्रपति ने UNGA में हिस्सा लिया था। उसके बाद असद परिवार का 50 साल लंबा शासन रहा। पिछले साल दिसंबर में अहमद अल-शरा ने पूर्व सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद के खिलाफ विद्रोह करके तख्तापलट कर दिया था। इसी के साथ करीब 14 साल पुराना गृहयुद्ध भी खत्म हो गया। सत्ता संभालने के बाद अल-शरा ने अरब देशों और पश्चिमी देशों से रिश्ते सुधारने की कोशिश की है। हालांकि उनके अल-कायदा से जुड़े पुराने रिश्तों और हयात तहरीर अल-शाम नाम के विद्रोही संगठन की अगुवाई को लेकर पश्चिमी देशों में भरोसा नहीं बन पाया है। ————————- 21 सितंबर के अपडेट्स यहां पढ़ें…


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