चतरा जिले में लगातार हो रही बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। इटखोरी, पत्थलगड्डा, मयूरहंड, कान्हाचट्टी और गिद्धौर प्रखंड में नदियां उफान पर हैं। आसपास के गांवों में पानी घुस गया है। निचले इलाकों के घरों में घुटनों तक पानी भर गया। कान्हाचट्टी प्रखंड में स्थिति सबसे खराब है। मुख्य सड़कें पानी में डूब गई। पुल-पुलिया के ऊपर से पानी बह रहा है। इससे ग्रामीणों का आवागमन रुक गया है। राजकीयकृत उत्क्रमित मध्य विद्यालय पेलतील खुर्द भी जलमग्न हो गया है। परिवार ने सुरक्षित स्थानों पर शरण ली इटखोरी प्रखंड के पीतीज गांव में बसाने नदी का जलस्तर बढ़ने से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। सेना में कार्यरत जवान मुन्ना यादव के घर में पानी घुस गया। उनकी बेटी के अनुसार, कूलर, फ्रिज, इनवर्टर, बैटरी और घर का सारा सामान बर्बाद हो गया। खाने-पीने का सामान, कपड़े और बिस्तर पानी में बह गए हैं। परिवार ने सुरक्षित स्थानों पर शरण ली है। पुल पर भारी वाहनों के आवागमन पर रोक प्रखंड विकास पदाधिकारी सोमनाथ बंकिरा और अंचल अधिकारी सविता सिंह ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का निर्देश दिया। प्रशासन ने पुल पर भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी है।
कच्चे मकानों को भारी नुकसान जिले में लगातार बारिश से कच्चे मकानों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। कई परिवार बेघर हो गए हैं। बच्चों और बुजुर्गों के लिए सुरक्षित स्थान और पीने के पानी की समस्या खड़ी हो गई है। गिद्धौर प्रखंड का अंचल कार्यालय भी पानी में डूब गया है, जिससे सरकारी कामकाज प्रभावित हो रहा है और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बर्बाद हो गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर बारिश का यही सिलसिला जारी रहा तो हालात और भयावह हो सकते हैं।
लगातार बारिश से नदियों में उफान, बाढ़ से तबाही:चतरा के 5 प्रखंडों में भरा पानी, कई गांव जलमग्न; स्कूल में घुसा पानी
