राजनीति के अजात शत्रु थे अटल विहारी वाजपेयी: शर्मा

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जिलाध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने अटल जी को श्रद्धा सुमन अर्पित कर कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी अजातशत्रु थे, जिनके विरोधी भी उनको सुनने के लालायित रहते थे। संसद में विपक्षी पार्टियों के नेता और सांसद भी विभिन्न विषयों पर उनसे मार्गदर्शन प्राप्त करते थे। उनके ओजस्वी वक्तव्य से प्रभावित तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी संयुक्त राष्ट्र संघ में विश्व जगत के समक्ष भारत का राजनैतिक पक्ष रखने के लिए अपने मंत्रिमंडल सदस्यों के स्थान पर विपक्ष के नेता अटल जी को भेजा था।

संयुक्त राष्ट्र सभा में उनका वह भाषण ऐतिहासिक रहा। भाजपा के प्रथम राष्ट्रीय अध्यक्ष से तीन बार देश के प्रधानमन्त्री निर्वाचित होते हुए उन्होंने राजनीतिक शुचिता के उच्चतम मानदंड स्थापित किए। उनके प्रधानमंत्री काल में भारत ने राजस्थान के पोखरण में परमाणु परीक्षण किया था। उनके समय में भारत की विदेश नीति को बहुत मजबूत किया गया।

इसी के साथ-साथ वह एक प्रतिभाशाली कवि भी थे उन्होंने कई कविताएं लिखी जो आज भी प्रासंगिक है। अटल जी के उन्ही राजनैतिक मूल्यों पर चलते हुए नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज भाजपा विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनकर देश को पुनः विश्व गुरु स्थापित करने के लिए संकल्पित है।

श्रृद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल सभी पदाधिकारियों ने अपने संस्मरण साझा किए। इस अवसर पर जिला महामंत्री आशु चौधरी, जिला उपाध्यक्ष लव शर्मा, मोहित वर्मा, मनोज शर्मा, नकली राम सैनी, रंजना चतुर्वेदी, विपिन शर्मा, कर्मेंद्र सैनी, अरुण चौहान, विनय चौहान, ओमपाल शर्मा, जसवीर सिंह, यादराम वालिया, करण वर्मा, डॉ राजकुमार सैनी, नवजोत वालिया, अनुज त्यागी, धर्मेंद्र चौहान, संदीप सिंघानिया आदि मौजूद रहे।


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