मेरठ में गुर्जर महापंचायत रोकने पर हंगामा, VIDEO:नेताओं को हिरासत में लेने पर भीड़ ने पथराव किया; पुलिस ने खदेड़ा

मेरठ में गुर्जर महापंचायत रोकने पर हंगामा, VIDEO:नेताओं को हिरासत में लेने पर भीड़ ने पथराव किया; पुलिस ने खदेड़ा
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मेरठ में रविवार को गुर्जर महापंचायत में हंगामा हो गया। बिना परमिशन हो रहे इस महापंचायत को पुलिस ने रोक दिया। इस पर लोग भड़क उठे। पुलिस पर पथराव कर दिया। पुलिस ने लाठी पटकते हुए पत्थर फेंकने वालों को दौड़ा लिया। 12 लोग हिरासत में लिए गए हैं। इनमें राष्ट्रीय गुर्जर समाज संघर्ष समिति के अध्यक्ष रविंद्र भाटी गुर्जर भी शामिल हैं। सभी को गाड़ी में भरकर पुलिस लाइन लाया गया है। मामला दौराला थाना क्षेत्र के दादरी गांव का है। घटनाक्रम से जुड़ी 3 तस्वीरें देखिए… पश्चिमी यूपी के कई जिलों से पहुंचे थे लोग
दरअसल, गुर्जर समाज ने रविवार को दादरी के मंडौरा में महापंचायत बुलाई थी। इसमें मेरठ सहित सहारनपुर, नोएडा, मुजफ्फरनगर से लेकर पश्चिमी यूपी के आसपास के जिलों के गुर्जर नेता पहुंचे थे। पंचायत में गुर्जरों के हक, टिकटों में भागीदारी जैसे तमाम मुद्दों पर बातचीत होना तय थी। लेकिन पंचायत शुरू होते ही पुलिस की टीमें मौके पर पहुंची और लोगों को अरेस्ट करना शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि मौके पर पुलिस ने लोगों को डंडा लेकर खदेड़ा, इससे लोग भड़क गए। पुलिस पर पथराव कर दिया। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद हालात पर काबू पाया। इलाके में फोर्स बढ़ा दी गई है। पुलिस ने तानाशाही व्यवहार किया: आरोप
सुभाष भाटी ने बताया, कुछ लोगों ने एक अफवाह फैला है कि गुर्जरों का जो अपने गांव हैं, वो अपने गांव के बाहर अपना नाम नहीं लिख सकते हैं। मेरा योगी जी से निवेदन है कि इस तरह का जातिवाद न फैलाया जाए। ठाकुर, गुर्जर एक हैं, इसलिए जातिवाद न फैलाया जाए। यहां हमारी पंचायत के बीच से कुछ लोगों को उठा लिया गया और उन लोगों को पुलिस, प्रशासन ने अपने साथ लेकर पुलिस लाइन ले आई है। उन्होंने बताया ये पुलिस, प्रशासन की तानाशाही है। जो जातिवाद फैलाने वालों को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा, मैं बेशक भाजपा को मानता हूं, लेकिन मेरे लिए मेरी बिरादरी पहले है। हम लोग यहां अपने हक की बात करने के लिए जुटे थे। बातचीत कर रहे थे। लेकिन, पुलिस ने हमारे साथ तानाशाही व्यवहार किया है। एसपी सिटी बोले- माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रहे थे लड़के
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया, पुलिस को सूचना मिली थी कि यहां पर कुछ लड़के इकट्‌ठा होकर माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शांति व्यवस्था कायम की गई, इन लोगों को डिस्पर्स किया गया और कुछ लड़कों को हिरासत में लिया है। ये लोग रैली निकालने की बात चल रही थी, जिसमें कुछ लोग दूसरे जिलों से आए हैं। यहां पर माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे थे। इसका पुलिस द्वारा संज्ञान लिया गया है। कोई पत्थरबाजी नहीं हुई है। कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। क्यों हो रही थी महापंचायत, जानिए दरअसल, पिछले दिनों मेरठ में कपसाड़ गांव के बाहर ठाकुरों ने सम्राट मिहिर भोज के नाम से एक गेट लगाया था। इस गेट के ऊपर राजपूत सम्राट मिहिर भोज लिखवाया गया था। इसका काफी विरोध गुर्जर बिरादरी ने किया था। पुलिस, प्रशासन ने इसके बावजूद इस बोर्ड को नहीं हटाया। न ही कोई एक्शन लिया था। इसी के विरोध में आज दादरी गांव में गुर्जर बिरादरी ने पंचायत बुलाई थी।

रिहाई नहीं होने पर पुलिस लाइन के सामने डटे नेता अभी तक रविन्द्र भाटी सहित अन्य गुर्जर नेताओं की रिहाई नहीं होने के कारण गुर्जर नेता अब पुलिस लाइन के सामने ही डरी बिछाकर बैठ गए हैं, उनका कहना है अगर पुलिस ने यह रवैया नहीं रोका तो यहीं बिरादरी धरना देगी। सरधना विधायक अतुल प्रधान भी समर्थन में पहुंचे मौके पर सपा सरधना सीट के विधायक अतुल प्रधान भी पहुंचे। अतुल प्रधान ने पुलिस लाइन के सामने धरने पर बैठे गुर्जर नेताओं से मुलाकात की। इसके बाद वो पुलिस लाइन के सामने ही सर्किट हाउस में अंदर गए हैं। अतुल प्रधान ने बाहर प्रदर्शन करने वाले नेताओं को सर्किट हाउस के अंदर गार्डन में ही बुलाया। उन नेताओं के साथ सर्किट हाउस की घास पर जमीन पर ही अतुल प्रधान बैठ गए हैं। पूरी घटना पर बातचीत हो रही है। [सरधना विधायक अतुल प्रधान ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा कि हमें पता चला कि दिन में दौराला में शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे गुर्जर समाज के लोगों को पुलिस लाइन में रखा हुआ है। मुझे कई लोगों ने इसके बारे में बताया तो मैं यहां आया हूं, यहां अफसरों से भी मैंने बात की है, मैंने कहा है कि ये सामाजिक भाईचारा खत्म करने का काम न करें। भाजपा की सरकार है जो सामाजिक भाईचारा खत्म कर रही है। महापुरुषों को बांटने का काम ये सरकार कर रही है। हम चाहते हैं कि प्रशासनिक लोग एकसाथ बैठकर इन मुद्दों पर सहमति बनाएं, अगर ये सहमति नहीं बनती तो आने वाले समय में लोगों में आक्रोश है। इस आक्रोश में लोग खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं। कहा कि सरकार की मंशा अपने अनुरुप सामाजिक भाईचारे को खत्म न करे, हम इसकी निंदा करते हैं, सामाजिक विदेष को फैलाने का काम वर्तमान सरकार और यूपी के मुख्यमंत्री ने किया है। महापुरुषों को बांटने का काम सरकार न करे, जो कि सरकार कर रही है। प्रशासनिक लोग बैठकर इन चीजों में सहमति बनाएं अन्यथा इससे भेदभाव बढ़ता है हम इसके खिलाफ हैं। जो लोग वहां शांतिपूर्वक तरीके से बैठे थे जिनकी गिरफ्तारी हुई है उनको प्रशासन को तुरंत रिहा भाजपा के लोग कितना परमिशन लेकर आयोजन कर रहे हैं ये भी तो चैक किया जाए। पुलिस ने 5 को छोड़ा, 15 हिरासत में
घंटों चली मशक्कत के बाद पुलिस ने रात 10:30 के बाद 5 लोगों को पुलिस लाइन से छोड़ा है। इसमें सहारनपुर का मोहित नागर, नितीश, बादल, आदित्य शामिल हैं। बताया जा रहा है कि अतुल प्रधान ने खुद डीएम से बात की और आशवासन दिया तब जाकर कुल 5 लोगों को छोड़ा गया है। अभी भी 15 से अधिक लोग पुलिस हिरासत में पुलिस लाइन में ही हैं। इन्हें छोड़े जाने को लेकर लगातार वार्ता चल रही है। जानकार बता रहे हैं कि अभी मुकदमे में और नाम भी बढ़ाए जाएंगे। पुलिस सारे लोगों को आज नहीं छोड़ेगी। ——–
ये खबर भी पढ़ें- योगी बोले- देश विभाजित था, तभी गुलाम हुआ:हमें फिर नहीं बंटना, भारत ऐसे ही सोने की चिड़िया नहीं था गोरखपुर में योगी ने कहा- यह देश विभाजित था, इसलिए गुलाम हुआ। हमें फिर से विभाजित नहीं होना है। विकसित भारत की संकल्पना को आगे बढ़ाने के लिए पंच प्रण लेना होगा। ये पंच प्रण हैं- गुलामी की मानसिकता को खत्म करना होगा। अपने अंदर की हीन भावना को खत्म करना होगा। पढ़िए पूरी खबर…


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