कुशीनगर में 12 वर्षीय किशोरी का कब्रिस्तान से शव गायब होने के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। किशोरी को जिंदा करने के लिए उसकी मां ने ही उसकी मौसी और दो अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर शव को कब्र से बाहर निकाला था। किशोरी की इलाज के दौरान 18 जुलाई की देर रात मौत हो गई थी। परिजन 19 जुलाई को साढ़े ग्यारह बजे के करीब उसका शव गांव के कब्रिस्तान में दफन कर चुके थे। जानिए पूरा मामला पूरा मामला पटहेरवा थाना क्षेत्र के सहदौली उर्फ पटहेरिया गांव का है, जहां 21 जुलाई की सुबह एक 12 वर्षीय बच्ची का शव कब्र से गायब मिला। दो दिन पहले ही दफनाई गई गुल्फशा खातून की लाश 150 मीटर दूर झाड़ियों में नग्न हालत में पाई गई। पुलिस ने इस सनसनीखेज मामले का बुधवार को खुलासा करते हुए बताया कि बच्ची की मां ने ही झाड़-फूंक के जरिए उसे जिंदा करने की नीयत से शव कब्र से निकलवाया था। मां-मौसी समेत चार ने मिलकर रची थी पूरी साजिश गुल्फशा खातून, पुत्री विस्मिल्लाह अंसारी की मौत 18 जुलाई की रात गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान हुई थी। अगले दिन यानी 19 जुलाई को उसे गांव के कब्रिस्तान में दफनाया गया। लेकिन 21 जुलाई की सुबह कब्र खुदी होने और शव गायब होने की खबर फैलते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। आठ घंटे की तलाश के बाद मिला शव पुलिस को सूचना मिलते ही मौके पर भारी भीड़ जुट गई। फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया। करीब आठ घंटे की मशक्कत के बाद शव बंद पड़े मोबाइल टावर के पास झाड़ियों में मिला। बच्ची का शव नग्न हालत में था और उसके पास से दो बुर्का व एक नीली साड़ी बरामद की गई। झाड़-फूंक से बच्ची को जिंदा करने का दावा पुलिस पूछताछ में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि मृत बच्ची की मां जुबैदा खातून ने अपनी बहन सुबैदा खातून, सुगनु खान और तबारक के साथ मिलकर झाड़-फूंक के जरिए बच्ची को फिर से जिंदा करने की कोशिश की। अंधविश्वास में डूबे इन लोगों ने रात के अंधेरे में कब्र खोदकर शव निकाला और झाड़ियों में ले जाकर तंत्र क्रिया की। पुलिस के अनुसार, जब सुबह होने लगी तो पकड़े जाने के डर से चारों आरोपी शव को उसी हालत में छोड़कर फरार हो गए। एसपी संतोष कुमार मिश्रा के निर्देशन में बनी एक विशेष टीम ने सर्विलांस यूनिट की मदद से जांच करते हुए चार आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में जुबैदा खातून पत्नी विस्मिल्लाह अंसारी (निवासी पटहेरिया), सुबैदा खातून पत्नी फतेहआलम (निवासी धुरिया इमिलिया), सुगनु खान पुत्र मोहम्मद युसुफ खान (निवासी पटहेरिया), और तबारक पुत्र जलालुद्दीन (निवासी बलुआ तकिया) शामिल हैं। पुलिस ने आरोपियों के पास से दो बुर्का और एक नीली साड़ी बरामद की है। चारों के खिलाफ धारा 301 बीएनएस के तहत कानूनी कार्रवाई की गई है। क्षेत्राधिकारी तमकुही राज राकेश प्रताप सिंह ने बताया कि पकड़े गए चारों आरोपियों को 7 वर्ष से कम सजा का प्रावधान होने के कारण 41(1) के तहत नोटिस देकर छोड़ दिया गया है। मृतक किशोरी को तेज बुखार और चेचक की वजह से मौत हुई थी।
मृतक को जिंदा करने के लिए कब्रिस्तान से शव निकाला:कुशीनगर में मां-मौसी समेत 4 गिरफ्तार, पुलिस बोली- झाड़-फूंक करके जिंदा करने की कोशिश
