मुजफ्फरपुर एसकेएमसीएच के मातृ शिशु कल्याण केंद्र (एमसीएच) में बच्चा बदलने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। विजयी छपरा निवासी अजीत कुमार की पत्नी चंचला कुमारी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रसव के दौरान उसने बेटे को जन्म दिया, लेकिन नर्सिंग स्टाफ ने उसे बेटी थमा दी। शिकायत पर एसकेएमसीएच पुलिस कैंप में प्राथमिकी दर्ज की गई है। शनिवार को दरोगा अनुष्का आर्या और जमादार दीपक कुमार सिंह ने दो घंटे तक एमसीएच का सीसीटीवी फुटेज खंगाला, लेकिन पुलिस को कोई ठोस सुराग नहीं मिला। पुलिस ने नाइट शिफ्ट में जन्मे सभी बच्चों और प्रसूताओं की भी जांच की, मगर सबूत हाथ नहीं लगा। पुलिस सूत्रों की मानें तो चंचला नाम की दो प्रसूताओं के बच्चे जन्मे थे। अब दोनों नवजातों का डीएनए टेस्ट कराने की तैयारी है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगा कि सच में बच्चा बदला गया या नहीं। अधीक्षक ने गठित की जांच कमेटी
प्रभारी अधीक्षक डॉ. सतीश कुमार सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कमेटी बनाने का आदेश दिया है। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रतीमा के नेतृत्व में गठित टीम पूरे घटनाक्रम की जांच करेगी और रिपोर्ट सौंपेगी।
चंचला कुमारी ने यह भी आरोप लगाया है कि प्रसव के दौरान एक कर्मचारी ने उससे 2 हजार रुपए की मांग की और पैसे लिए। अधीक्षक ने कहा कि सभी बिंदुओं की जांच की जाएगी और रिपोर्ट आने के बाद ही कार्रवाई तय होगी।
मुजफ्फरपुर में दो नवजातों का होगा डीएनए टेस्ट:एसकेएमसीएच में बच्चा बदलने आरोप, CCTV से नहीं मिला सुराग
