भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी और ओलिंपिक पदक विजेता साइना नेहवाल ने रविवार को अयोध्या पहुंची। अपने पिता के साथ श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के दर्शन किए। साइना नेहवाल ने मंदिर परिसर में करीब 45 मिनट का समय बिताया। इस दौरान उन्होंने राम दरबार में माथा टेका और गर्भगृह सहित मंदिर की भव्यता का अवलोकन किया। दर्शन के बाद साइना के चेहरे पर श्रद्धा और भावुकता झलक रही थी। हनुमानगढ़ी में 15 मिनट रहीं
रामलला के दर्शन के बाद साइना हनुमानगढ़ी पहुंचीं। यहां बजरंगबली का पूजन किया। वह यहां करीब 15 मिनट तक रहीं। इस दौरान उन्होंने हनुमानगढ़ी के महंत प्रेम दास जी से आशीर्वाद लिया और अध्यात्म पर चर्चा भी की। महंत ने उन्हें मंदिर की परंपराओं और महत्व के बारे में जानकारी दी। दर्शन के बाद साइना भाव विभोर हो गईं। कहा- यह अनुभव मेरे जीवन के लिए अविस्मरणीय रहेगा। 1 घंटा 40 मिनट रुकीं, फिर लौटीं
करीब 1 घंटा 40 मिनट अयोध्या में बिताने के बाद साइना नेहवाल महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट से रवाना हो गईं। इस दौरान मंदिर परिसर और हनुमानगढ़ी में श्रद्धालुओं ने उन्हें देखकर उत्साह जताया। दूसरी बार अयोध्या आईं साइना
साइना नेहवाल इन दिनों अपने पिता के साथ धार्मिक यात्रा पर हैं। साइना प्राण प्रतिष्ठा के समय अपनी माता के साथ भी अयोध्या आई थीं। यह उनकी दूसरी अयोध्या यात्रा रही। गुरुवार को मथुरा में प्रेमानंद महाराज के दर्शन किए थे इससे पहले 11 सितंबर गुरुवार को वह वृंदावन के श्री राधा केलिकुंज पहुंची थीं। मां उषा और बहन चंद्रांशु के साथ संत प्रेमानंद के दर्शन किए। साइना ने प्रेमानंद महाराज से पूछा- मुझे मंदिर जाना बहुत पसंद है। मैं काफी मंत्र भी जपती हूं। लेकिन जब मुझे लोग इवेंट्स में बुलाते हैं, तो इवेंट्स में जाने का सोचकर मैं थोड़ा स्ट्रेस में आ जाती हूं। बार-बार दिमाग में आता है कि कल क्या होगा…कल के इवेंट्स का क्या होगा। बहुत स्ट्रेस होता है। इस पर प्रेमानंद महाराज ने कहा- अज्ञान की वृद्धि जब तक नष्ट नहीं होगी। तब तक वह चिंता सताती रहती है। वर्तमान का समय हम भगवान के नाम में लगा दें, तो हमारा भूत और भविष्य दोनों ठीक हो जाएगा। हम व्यर्थ में चिंतन करते हैं। कभी भूत का चिंतन हो जाता है तो कभी भविष्य का। दिमाग ही है। कभी बीते हुए कल की तो कभी आने वाले कल की काल्पनिक चिंता होने लगती थी। कभी मन में ऐसा आए कि मैं डर जाऊं, मैं शोक में हो जाऊं…तो ये जो चिंतन है, इसी से बचने के लिए नाम जप जरूरी है। खेल से लेकर आस्था तक चर्चित
साइना नेहवाल ने बैडमिंटन कोर्ट पर अपने खेल से देश का नाम रोशन किया है। ओलिंपिक पदक जीतने वाली वह भारत की पहली महिला शटलर हैं। खेल के साथ-साथ आस्था और परंपरा से भी उनका जुड़ाव दिखता है। अयोध्या की यह यात्रा उनके व्यक्तित्व के उसी आध्यात्मिक पक्ष को सामने लाती है। राम मंदिर और हनुमानगढ़ी में दर्शन के दौरान साइना बेहद सादगी में नजर आईं। उन्होंने मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए की गई व्यवस्थाओं की सराहना की और कहा कि यह अनुभव हमेशा उनके साथ रहेगा। —————— ये खबर भी पढ़िए- प्रेमानंदजी से साइना नेहवाल ने पूछा- बहुत स्ट्रेस होता है:कल क्या होगा; मां-बहन के साथ वृंदावन दर्शन करने पहुंचीं ओलंपिक मेडलिस्ट शटलर साइना नेहवाल वृंदावन दौरे पर हैं। गुरुवार को वह मां उषा और बहन चंद्रांशु के साथ संत प्रेमानंद के दर्शन करने उनके आश्रम पहुंचीं। साइना ने प्रेमानंद महाराज से पूछा-मुझे मंदिर जाना बहुत पसंद है। मैं काफी मंत्र भी जपती हूं। पढ़ें पूरी खबर
बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल अयोध्या पहुंचीं:रामलला और बजरंगबली के दर्शन किए, बोलीं- यह अनुभव मेरे लिए अविस्मरणीय
