डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी यूनिवर्सिटी (डीएसपीमयू) के फाइनेंस अफसर आनंद मिश्र के वेतन से अब उनकी पेंशन की राशि काटी जाएगी। साथ ही, अब तक वेतन के रूप में उन्हें जो अतिरिक्त भुगतान किया गया है, उसे भी वसूला जाएगा। इस फैसले के बाद आनंद मिश्र ने यूनिवर्सिटी प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए गुरुवार को अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दिया है। कहा कि मिश्र ने कहा कि ऐसे माहौल में काम करना मुश्किल है, जहां कार्रवाई करने से पहले पक्ष रखने का मौका नहीं दिया गया है। यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा यह कार्रवाई उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के निर्देश पर की गई है। विभाग ने यूनिवर्सिटी को एक पत्र भेज कर सरकारी नियमों का पालन करने को कहा था। नियमों के अनुसार, यदि कोई कर्मचारी किसी अन्य संस्था से पेंशन प्राप्त कर रहा है, तो उसके वेतन से पेंशन की राशि घटाकर ही उसे भुगतान किया जाना चाहिए। आनंद मिश्र पहले बैंक में कार्यरत थे और उन्हें वहीं से पेंशन मिलती है। इसी नियम के आधार पर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने यह फैसला लिया है। इस संबंध में यूनिवर्सिटी ने बुधवार को इस संबंध में एक नोटिफिकेशन जारी कर दिया है, जिसे तत्काल प्रभाव से लागू करने का आदेश दिया गया है। साथ ही, इस कार्रवाई की जानकारी उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग को भी देने के लिए कहा गया है। विभाग से रिप्रजेंटेंशन का जवाब नहीं मिला 29 नवंबर 2021 को दिया था योगदान जेपीएससी के माध्यम से एफओ पद पर आनंद मिश्रा की नियुक्ति 29 नवंबर 2021 को हुई थी। इससे पहले आनंद बैंकिंग सेवा था, जहां से प्रतिमाह लगभग इन्हें 55 हजार रुपए पेंशन मिलता है। इनका कार्यकाल 28 नवंबर 2025 को पूरा होनेवाला था। लेकिन वेतन से पेंशन की राशि काटने के विरोध में पहले ही इस्तीफा दे रहे हैं।
फाइनेंस अफसर को वेतन मद में दी गई अधिक राशि अब वसूलेगा विवि
