शिवहर के पुरनहिया प्रखंड क्षेत्र में सैकड़ों पारंपरिक कुएं जर्जर स्थिति में हैं। क्षेत्र के बसंत जगजीवन, बसंत पट्टी, अदौरी, कोलुवा, ठीकहा, खेरा पहाड़ी, दोस्तियां, कटैया, पुरनहिया, बेदौल बाज और बेदौल आदम समेत कई गांवों में यह स्थिति देखी जा रही है। कई स्थानों पर लोगों ने कुओं को मिट्टी से भर दिया है। पहले के समय में इन कुओं को ‘इंडा’ के नाम से जाना जाता था। लोग केन से पानी भरकर खाना बनाने और घरेलू कार्यों में इस्तेमाल करते थे। वर्तमान में कुछ कुएं जर्जर हालत में हैं, कुछ को मिट्टी से बंद कर दिया गया है और कुछ में पानी सूख गया है। स्थानीय मुखिया शशि भूषण उर्फ अनिल पांडे ने कहा कि ग्रामीण स्तर पर कुओं का जीर्णोद्धार बेहद जरूरी हो गया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में पंचायती विभाग से बात की जाएगी। कुओं के जीर्णोद्धार के लिए पंचायत के मुखिया, वार्ड सदस्य और सरपंच को पहल करनी होगी। साथ ही गांव के लोगों को भी जागरूक होकर कुओं को पहले जैसी स्थिति में लाना होगा। शुद्ध पेयजल की उपलब्धता के लिए कुओं की साफ-सफाई और आसपास की गंदगी को हटाना प्राथमिकता है।
पुरनहिया प्रखंड में कुएं की स्थिति बदहाल:कई कुओं को मिट्टी से भर दिया गया, जीर्णोद्धार की मांग
