लगातार हो रही भारी बारिश ने पतरातू समेत आसपास के क्षेत्रों में जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। शनिवार की देर रात पतरातू डैम प्रबंधन ने जलस्तर बढ़ने के कारण दो अतिरिक्त फाटक खोल दिए थे। रविवार की सुबह दो और फाटक खोले गए। 2 जुलाई से ही डैम से पानी छोड़ा जा रहा है। पहले चार फाटकों से पानी निकाला जा रहा था, लेकिन लगातार बारिश के कारण अब सभी आठ फाटक खोल दिए गए हैं, जिनसे 8500 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। डैम का जलस्तर बढ़ने से बढ़ी चिंता डैम प्रबंधन के अनुसार डैम की मूल क्षमता 1332 आरएल थी, जिसे बाद में घटाकर 1330 आरएल कर दिया गया। वर्तमान में जलस्तर 1328 आरएल पर नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है। स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए प्रबंधन की टीम चौकसी बरते हुए है और लगातार निगरानी कर रही है। निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा डैम से पानी छोड़े जाने के बाद दामोदर नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। इससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने की आशंका जताई जा रही है। रामगढ़ जिला प्रशासन ने नदी किनारे और डैम क्षेत्र के आसपास रहने वाले लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। साथ ही संबंधित विभागों को भी अलर्ट पर रखा गया है ताकि संभावित आपदा से निपटा जा सके। जलजमाव से बढ़ी स्थानीय समस्याएं लगातार बारिश और डैम से जल निकासी के कारण पतरातू प्रखंड के कई क्षेत्रों में पानी भर गया है। प्रखंड मुख्यालय, शहीद भगत सिंह चौक से रेलवे स्टेशन जाने वाली सड़क पर भारी जलजमाव हो गया है। वहीं, पीटीपीएस कॉलोनी क्षेत्र के रोड नंबर 2 और 3 समेत कई सड़कों पर पानी भरने से लोगों को आवागमन में कठिनाई हो रही है। प्रशासन ने आमजनों से सतर्क रहने और आवश्यक सावधानी बरतने की अपील की है।
पतरातू डैम का 8 फाटक खोला गया:डैम का जलस्तर 1327.7 आरएल हुआ पार, 8500 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा
