रांची के लॉज से आईएसआईएस के संदिग्ध आतंकी अशहर दानिश की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल अब इस बात का पता लगाने में जुट गई है कि उसने किन-किन राज्यों के युवाओं को अपने नेटवर्क से जोड़ा था। इनके पास से जो केमिकल मिले हैं, उसका इस्तेमाल बम बनाने के लिए किया जाना था। पुलिस को यह जानकारी मिल गई है कि इन लोगों का प्लान देश के किसी शहर में बड़ी घटना को अंजाम देना था। लेकिन अभी तक यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि ये किस शहर में बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी में थे। अब अशहर के लैपटॉप व मोबाइल फोन की जांच इसी मामले में शुरू हो गई है और पता लगाया जा रहा है कि इन लोगों ने किस शहर को टारगेट किया था। ताकि वहां उनके जो नेटवर्क बने थे उनकी भी तलाश की जा सके। उसके मोबाइल व लैपटॉप से पुलिस को और कई अहम जानकारी मिलने की उम्मीद है, क्योंकि अशहर दानिश पाकिस्तानी हैंडलर से कंट्रोल हो रहा था। पाकिस्तानी हैंडलर ही उसे टास्क दे रहा था कि भारत के खिलाफ खिलाफत करनी है। इसके लिए इन्हें एक जगह डिसाइड करने के आदेश दिए गए थे। दानिश जो इस मॉड्यूल का किंगपिन था, उसकी आईडी गजवा लीडर की थी। उसने अपना कोड सीईओ व प्रोफेसर रखा था। अब इस कोड को भी पुलिस डिकोड कर रही है। आखिर उसने इस नाम से उसके ग्रुप के लोग क्यों बुलाते थे।
देश का कौन शहर था निशाने पर, सीईओ व प्रोफेसर को भी डिकोड कर रही पुलिस
