थाने के चक्कर लगाए, 6 बार कमिश्नर से मिला:आगरा में पिता बोले-हत्यारों के डर से गांव छोड़ा, नीले ड्रम में मिली थी बेटे की लाश

थाने के चक्कर लगाए, 6 बार कमिश्नर से मिला:आगरा में पिता बोले-हत्यारों के डर से गांव छोड़ा, नीले ड्रम में मिली थी बेटे की लाश
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‘मेरे बेटे की बेरहमी से हत्या की गई। उसे पहले मारा फिर नीले ड्रम में डालकर जला डाला। हम आरोपियों को जानते थे, पुलिस से कई बार कहा। लेकिन, पुलिस ने हमारी एक न सुनी। वो हमे तीन महीने तक टकराती रही। वो कहते रहे कि हम तलाश कर रहे हैं। कभी कहते कि बेटा कहीं चला गया है, कुछ दिन में अपने आप वापस आ जाएगा। छोटे बेटे ने भी न्याय दिलाने के लिए पढ़ाई छोड़ दी। दबंगों के डर से गांव छोड़ दिया।’ ये कहना है कि पिता लाल सिंह का। जिनका बेटा राकेश 18 फरवरी, 2024 लापता हो गया था। दो दिन बाद उसकी जली हुई लाश मिली थी जिसका शिनाख्त तक करना मुश्किल था। उधर, पिता पुलिस के पास लगातार एफआईआर के लिए गुहार लगाते रहे लेकिन पुलिस ने रूचि नहीं दिखाई। लेकिन पिता ने भी हार नहीं मानी। हत्यारों को पकड़वाने के लिए वह 20 महीने तक दर-दर भटके, पुलिस के चक्कर लगाए, धमकियां झेलीं, गांव छोड़ा, यहां तक कि छोटे बेटे की पढ़ाई तक छूट गई। थक हारकर वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास इंसाफ के लिए पहुंचे। सीएम के आदेश के बाद पुलिस सक्रिय हुई और 20 महीने बाद मर्डर केस का खुलासा हुआ। पिता ने आरोपियों को पकड़ने के लिए क्या संघर्ष किया? डेढ़ साल तक कैसे आरोपी बचते रहे? पढ़िए दैनिक भास्कर की पिता और भाई से बातचीत… पहले जानिए पूरा मामला… आगरा के मलपुरा क्षेत्र में राकेश की 20 फरवरी को जली हुई लाश मिली थी। शव की हालत इतनी खराब थी कि पहचान करना मुश्किल था। शव के अवशेष एक नीले ड्रम में मिले। उसे पेट्रोल डालकर जलाया गया था। पुलिस ने अवशेषों का डीएनए मिलान राकेश की मां से कराया था। पिता ने बताया कि मां का डीएनए मैच होने के बाद यह कंफर्म हो गया कि शव राकेश का ही है। पर इसके बावजूद पुलिस ने लंबे वक्त तक हत्या की जांच में रुचि नहीं दिखाई। 20 महीने बाद पुलिस ने हत्याकांड पर से पर्दा उठाया है। पुलिस के अनुसार, राकेश की हत्या उसी के मुंह बोले मामा और ममेरे भाई ने मिलकर की थी। आरोप है कि राकेश ने मामा की नाबालिग बेटी का नहाते वक्त वीडियो बना लिया था और उसे ब्लैकमेल कर रहा था। इसी रंजिश में हत्या की गई। पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। दूसरा आरोपी फरार है। बेटे के हत्यारों को पकड़वाने के लिए पिता ने किया लंबा संघर्ष
पिता लाल सिंह ने बताया, बड़ा बेटा राकेश शादी में वीडियोग्राफी का काम करता था। वो जब लापता हुआ, उसे बहुत तलाशा। कुछ पता नहीं चला। शक पर देवीराम सहित 6 लोगों के खिलाफ तहरीर दी थी। देवीराम से नाली को लेकर उनका झगड़ा हुआ था। लाल सिंह ने कहा- मेरा बेटा गायब हुआ तो पुलिस को आरोपियों के खिलाफ शिकायत की। पर पुलिस ने एफआईआर तक दर्ज नहीं की। हमें ही टरकाते रहे। शव मिलने के बाद भी जांच में वह टरकाते रहे। पुलिस ने जब FIR दर्ज नहीं की तो आरोपी धमकी देने लगा। दंबगों के डर के चलते गांव छोड़ना पड़ा। दूसरे गांव में रहने लगा। पिता ने बताया कि एक बेटे की हत्या हो गई थी। छोटे बेटे को लेकर डर लगने लगा था। 6 बार आगरा में पुलिस कमिश्नर से मिला। उसका भी कोई फायदा नहीं हुआ। हत्या का केस कराने के लिए CM के यहां गुहार लगाई। सीएम ऑफिस ने संज्ञान लिया तो पुलिस हरकत में आई। 6 लोगों के खिलाफ अपहरण और हत्या का मुकदमा दर्ज किया। छोटा भाई बोला-मुझे कातिलों को पकड़ना था, पढ़ाई तक छोड़ दी
पिता के साथ मिलकर अपने भाई के हत्यारों को सजा दिलाने की लड़ाई लड़ रहे दीपू ने बताया कि जब भइया लापता हुए तब मैं 8वीं क्लास में पढ़ा रहा था। इसके बाद मैंने पढ़ाई छोड़ दी। पिता के साथ अधिकारियों के चक्कर काटे। जहां भी जाते उनके साथ जाता था। वो चाहता था कि जल्द ही भइया के कातिल पकडे़ जाएं। अब 2 लोग पकडे़ गए हैं, बस उनको सख्त सजा मिले। कैसे पहुंची पुलिस आरोपी तक? ‘बेटी को ब्लैकमेल करता था’ – आरोपी मामा का कबूलनामा हत्यारोपी देवीराम ने पुलिस को बताया- राकेश मेरे साले का बेटा था। हमारा आना-जाना था। उसने मेरी 16 साल की बेटी के वीडियो बना लिए। ब्लैकमेल करने लगा। मैंने और अपने भतीजे नित्यानंद ने मिलकर हत्या का प्लान बनाया। शादी का झांसा देकर उसे दुकान पर बुलाया। मफलर और तार से गला घोंट दिया। हत्या में इस्तेमाल मफलर और तार को नदी में फेंक दिया। लाश को ड्रम में भरकर नदी किनारे जला दिया। इसके बाद अपनी दूकान बंद कर दी। फिर दिल्ली जाकर नौकरी करने लगा। ———————————————- ये खबर भी पढ़ें… ‘बेटे के हत्यारों को जान से मार दें…तभी शांति मिलेगी’, गोरखपुर में मां का दर्द; भाई बोला- ईंट लेकर दौड़ाया तो चोरों ने दीपक को मार डाला बेटे दीपक की मौत के बाद मां सीमा का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने कहा- सभी चोरों को मार दिया जाए, तभी मुझे शांति मिलेगी। ये दर्द गोरखपुर में अपने बेटे दीपक गुप्ता को खोने वाली मां का है। दरअसल, सोमवार रात NEET की तैयारी कर रहे 19 साल के दीपक गुप्ता की पशु तस्करों ने हत्या कर दी। लाश को घर से 4 किमी दूर फेंक दिया। साढ़े चार घंटे बाद घरवालों को छात्र की खून से लथपथ लाश मिली। उसका सिर कुचला हुआ था। पढ़ें पूरी खबर…


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