झारखंड की सात बेटियां भूटान में फुटबॉल का दिखाएंगी दम:SAFF Under-17 टीम की बनी हिस्सा, 5 लड़कियां गुमला के किसान परिवार की

झारखंड की सात बेटियां भूटान में फुटबॉल का दिखाएंगी दम:SAFF Under-17 टीम की बनी हिस्सा, 5 लड़कियां गुमला के किसान परिवार की
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झारखंड की बेटियों ने एक बार फिर खेल जगत में राज्य का नाम रोशन किया है। आगामी सैफ अंडर-17 बालिका फुटबॉल प्रतियोगिता के लिए झारखंड की सात खिलाड़ी चुनी गई हैं। इनमें से पांच खिलाड़ी गुमला जिले की हैं, जबकि रांची और हजारीबाग से एक-एक खिलाड़ी का चयन हुआ है। यह प्रतियोगिता भूटान में 20 से 31 अगस्त तक आयोजित की जाएगी। चयनित खिलाड़ियों में गुमला आवासीय केंद्र की सूरज मुनि कुमारी, एलिजाबेथ लकड़ा, अनीता डुंगडुंग, विनीता होरो और वीणा कुमारी शामिल हैं। इसके अलावा हजारीबाग आवासीय बालिका फुटबॉल प्रशिक्षण केंद्र की अनुष्का कुमारी और रांची की स्टार वॉरियर्स टीम से दिव्यानी लिंडा को भी टीम में जगह मिली है। गुमला प्रशिक्षण केंद्र की हैं पांच लड़कियां गुमला बालिका फुटबॉल टीम की कोच वीणा केरकेट्टा ने बताया कि गुमला केंद्र की पांचों खिलाड़ियों का चयन टीम में होना पूरे जिले के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि यह सभी खिलाड़ी किसान परिवार से आती हैं और कठिन परिस्थितियों के बावजूद फुटबॉल के प्रति अपनी लगन और मेहनत से इस मुकाम तक पहुंची हैं। सभी खिलाड़ी गुमला के सेंट पैट्रिक हाई स्कूल में पढ़ाई करती हैं। कोच केरकेट्टा ने बताया कि गुमला आवासीय केंद्र में इन खिलाड़ियों को नियमित प्रशिक्षण दिया जाता है। यहां उन्हें खेल की बारीकियों के साथ-साथ फिटनेस और अनुशासन पर भी ध्यान केंद्रित कराया जाता है। यही वजह है कि गुमला की बेटियां राष्ट्रीय स्तर पर लगातार अपनी पहचान बना रही हैं। फुटबॉल में झारखंड की लड़कियों की रही है पैठ झारखंड में बालिका फुटबॉल की मजबूत परंपरा रही है। राज्य की कई खिलाड़ी पहले भी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। ऐसे में इस बार भी उम्मीद की जा रही है कि झारखंड की बेटियां अपने दमदार प्रदर्शन से भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाएंगी। गुमला, रांची और हजारीबाग की इन सातों खिलाड़ियों के चयन से पूरे झारखंड में खुशी का माहौल है। स्थानीय लोग और परिजन भी गर्व महसूस कर रहे हैं। ग्रामीण इलाकों से निकलकर अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता तक पहुंचना इन बेटियों के जुनून और मेहनत की बदौलत ही संभव है। सैफ अंडर-17 बालिका फुटबॉल प्रतियोगिता की बनी हिस्सा सूरज मुनि कुमारी गांव सानिया बिशनपुर गुमला की रहने वाली हैं। लगातार दो बार 2022 एवं 2023 में सुब्रतो कप में चैंपियन रही है। 2024 में सैफ अंडर 16 प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल प्राप्त कर चुकी है। इनके पिता का नाम महावीर उरांव है। एलिजाबेथ लकड़ा यह गुमला के बसिया प्रखंड स्थित मरला गांव के जेवियर लकड़ा की बेटी है। इसे सुब्रतो मुखर्जी प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल मिल चुका है। 2024 में सैफ अंडर 16 चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत चुकी है। 2021 से गुमला में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है। अनीता डुंगडुंग यह गुमला के बसिया प्रखंड स्थित ससिया की अनीता 2019 से आवासीय सेंटर में ट्रेनिंग ले रही है। अनीता ने 2022 एवं 2023 सुब्रत मुखर्जी कप प्रतियोगिता में लगातार दो बार गोल्ड मेडल प्राप्त किया है। अंडर 16 चैंपियनशिप 2024 में गोल्ड मेडल ले चुकी है। उसके पिता का नाम जेठू पुजार है। विनीता होरो सिमडेगा के बानो प्रखंड स्थित लोअरसूकरा गांव निवासी कला होरो की बेटी विनीता फुटबॉलर हैं। 2022 एवं 2023 में उन्होंने सुब्रतो मुखर्जी कप प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल प्राप्त किया था। खेलो इंडिया यूथ गेम 2025 में गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं। वीणा कुमारी रांची के सोनाहातू के रहने वाले रणजीत सिंह मुंडा की बेटी वीणा कुमारी कई प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुकी हैं। 2022 एवं 2023 में सुब्रत मुखर्जी प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल प्राप्त कर चुकी हैं। 2024 के ड्रीम 11 चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल भी जीता है। अनुष्का कुमारी ओरमांझी के रूक्का की रहने वाली अनुष्का कुमारी के खाते में अंतरराष्ट्रीय पदक आ चुका है। सैफ अंडर 16 प्रतियोगिता में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता था। अंडर 14 सब जूनियर फुटबाल फेडरेशन कप में गोल्ड मेडल भी उनके खाते में है। दिव्यानी लिंडा ओरमांझी के चंद्ररा पंचायत की रहने वाली दिव्यानी लिंडा बेहतरीन खिलाड़ी हैं। स्व जॉन उरांव और माता प्रतिमा देवी की बेटी दिव्यानी सैफ अंडर 16 खेल चुकी हैं। जिसमें भारत चैंपियन बना था। साथ ही दो बार झारखंड अंडर 17 नेशनल खेल चुकी हैं। इसमें झारखंड टीम एक बार चैंपियन रही है।


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