कोडरमा जिले के लोकाई थाना क्षेत्र स्थित बलरोटांड गांव में जिउतिया पर्व के दौरान एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। 36 वर्षीय निर्मला देवी की करंट लगने से मौत हो गई। निर्मला देवी अपने इकलौते पुत्र की लंबी आयु की कामना करते हुए व्रत रख रही थीं। परिवार और गांव में इस घटना से मातम का माहौल है। गीले कपड़े सुखाने के दौरान लगा करंट घटना बीती रात की बताई जा रही है। स्नान करने के बाद निर्मला देवी अपने गीले कपड़े सुखाने घर के अंदर गईं। इसी दौरान उनका संपर्क एक नंगे बिजली तार से हो गया। गीले शरीर और नंगे पैर होने के कारण उन्हें तेज करंट लगा और वे मौके पर ही गिर पड़ीं। परिजन तुरंत मौके पर पहुंचे और उन्हें निजी वाहन से सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। परिवार ने बिजली विभाग को ठहराया जिम्मेदार मृतका के जेठ मनी यादव ने बताया कि गांव में कुछ दिनों से बिजली विभाग द्वारा नए खंभे और केबलिंग का काम चल रहा था। लेकिन काम अधूरा छोड़ दिया गया, जिससे घरों तक आने वाले तार अव्यवस्थित हो गए। इसी लापरवाही की वजह से यह हादसा हुआ। उन्होंने कहा कि घटना के बाद बिजली विभाग के कर्मी घर पहुंचे और घटनास्थल की तस्वीरें खींच कर ले गए। पीछे छूटे तीन मासूम बच्चे निर्मला देवी के तीन छोटे बच्चे हैं। जिसमें एक बेटा और दो बेटियां हैं। मृतका के पति विजय यादव आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। अब अचानक हुई इस मौत से पूरा परिवार सदमे में है। परिजनों का कहना है कि बच्चों के पालन-पोषण के लिए बिजली विभाग को उचित मुआवजा देना चाहिए। गांव में शोक का माहौल गांव के लोग बताते हैं कि निर्मला देवी धार्मिक प्रवृत्ति की महिला थीं और परिवार की जिम्मेदारियों को संभालती थीं। जिउतिया पर्व के मौके पर हुई इस घटना ने पूरे गांव को झकझोर दिया है। ग्रामीणों ने भी विभागीय लापरवाही की जांच कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है।
जिउतिया व्रत के दौरान करंट से महिला की मौत:गीले कपड़े सुखाने के दौरान लगा करंट, परिजनों ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप
