नगर कौंसिल के पार्षद और एडवोकेट हिमांशु मलिक पर दर्ज मामले को लेकर जगराओं में वकील और पुलिस आमने-सामने आ गए हैं। वकीलों ने इस केस को राजनीति से प्रेरित बताते हुए एफआईआर रद्द करने की मांग की है। बार एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि अगर समय रहते केस खत्म नहीं किया गया तो पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ की सभी बार एसोसिएशनों को राज्य स्तरीय हड़ताल के लिए आह्वान किया जाएगा। विवाद से उपजा मामला
करीब डेढ़ महीने पहले नगर कौंसिल की बैठक में आजाद पार्षद हिमांशु मलिक और भाजपा पार्षद सतीश कुमार पप्पू के बीच शहर के मुद्दों पर विवाद हुआ था। बहस बढ़ने पर मलिक ने भाजपा पार्षद को पीछे धकेल दिया। इसके बाद भाजपा पार्षद ने आरोप लगाया कि मलिक ने उनके खिलाफ जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया। विधायक गुट बनाम प्रधान गुट
विवाद बढ़ने के बाद दोनों पार्षद सरकारी अस्पताल में भर्ती हो गए और एसएसपी डॉ. अकुर गुप्ता को शिकायत दी। यह मामला धीरे-धीरे विधायक गुट और कौंसिल प्रधान गुट के बीच खींचतान का रूप ले गया। आरोप है कि विधायक गुट ने मामले को जातिगत रंग देकर दबाव बनाया और पुलिस पर कार्रवाई के लिए जोर डाला। वकीलों का आरोप, पुलिस पक्षपाती
बार एसोसिएशन के प्रधान सतिंदर पाल सिंह सिद्धू की अध्यक्षता में हुई बैठक में वकीलों ने कहा कि पुलिस जांच में दोनों पक्षों की गलती सामने आने के बावजूद सिर्फ हिमांशु मलिक पर केस दर्ज किया गया। इससे साफ है कि मामला राजनीतिक रंजिश से प्रभावित है। आंदोलन की चेतावनी
एसोसिएशन ने एसएसपी से मांग की है कि एफआईआर को तुरंत रद्द किया जाए और निष्पक्ष जांच करवाई जाए। वकीलों ने कहा कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे राज्य स्तरीय हड़ताल करेंगे और सड़क पर उतरकर आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
जगराओं में पार्षद हिमांशु मलिक पर केस से बवाल:वकील-पुलिस आमने-सामने, जातिगत टिप्पणी का आरोप, बार एसोसिएशन ने दी राज्यव्यापी हड़ताल की चेतावनी
