चंपावत में नदी महोत्सव और जागरूकता गोष्ठी, जल संरक्षण पर विशेष जोर

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जिलाधिकारी ने जल को जीवन का मूलाधार बताते हुए कहा कि इसका संरक्षण प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। उन्होंने अधिकारियों को नालों, धाराओं और प्राकृतिक जल स्रोतों की नियमित सफाई और संरक्षण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत लगाए गए वृक्षों की सुरक्षा और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने का भी आह्वान किया।

उन्होंने सभी सरकारी कार्यालयों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग संरचनाओं का निर्माण अनिवार्य करने के निर्देश दिए। साथ ही सड़क व विकास एजेंसियों को नदियों व नालों की नियमित सफाई करने के निर्देश दिए, ताकि जलभराव की समस्या से बचा जा सके और वर्षा जल का संचयन हो सके।

डीएम कुमार ने कहा कि जल संरक्षण केवल सरकारी प्रयासों से संभव नहीं है, बल्कि नागरिकों, स्कूलों, सामाजिक संस्थाओं और स्थानीय संगठनों की सहभागिता भी जरूरी है। उन्होंने सभी से इस संदेश को व्यापक स्तर पर फैलाने की अपील की।

इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी जयवर्धन शर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. देवेश चौहान, पुलिस उपाधीक्षक शिवराज सिंह राणा, लघु सिंचाई के अधिशासी अभियन्ता विमल कुमार सूठा, मुख्य कृषि अधिकारी धनपत कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।


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