गोंडा में बोलेरो नहर में गिरी, 12 की मौत:गाड़ी में छटपटाते रहे, बाहर नहीं निकल पाए; एक परिवार के 9 लोग

गोंडा में बोलेरो नहर में गिरी, 12 की मौत:गाड़ी में छटपटाते रहे, बाहर नहीं निकल पाए; एक परिवार के 9 लोग
Share Now

यूपी के गोंडा में रविवार सुबह 10 बजे तेज रफ्तार बोलेरो बेकाबू होकर सरयू नहर में गिर गई। हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई। इनमें 3 भाइयों के परिवार के 9 लोग थे, जबकि 2 लोग पड़ोसी परिवार के थे। छोटे भाई का पूरा परिवार खत्म हो गया। ड्राइवर समेत 4 लोग बच गए। इनके अलावा 10 साल की बच्ची लापता हो गई थी। SDRF टीम ने 7 घंटे बाद घटनास्थल से 8 किलोमीटर दूर उसकी लाश बरामद की। बोलेरो सवार 16 लोग जल चढ़ाने पृथ्वीनाथ मंदिर जा रहे थे। सभी गोंडा के मोतीगंज थाना के सीहा गांव के रहने वाले थे। हादसा इतना भयावह था कि गाड़ी नहर के गिरने के बाद एक भी शख्स बाहर नहीं निकल पाया। बारिश के चलते नहर में लबालब पानी भरा है। नहर में गिरते ही गाड़ी पूरी तरह से डूब गई। उसके गेट लॉक हो गए। अंदर बैठे लोग छटपटाते रहे और तड़प-तड़पकर उनकी मौत हो गई। गाड़ी नहर के किनारे बनी सड़क से निकल रही थी। नहर क्रॉस करके जाना था। पुलिया के पास अचानक ड्राइवर ने ब्रेक मारा। तेज स्पीड और बारिश होने की वजह से गाड़ी बेकाबू होकर नहर में गिरने लगी। इस पर ड्राइवर गेट खोलकर कूद गया। आगे की सीट में बैठे 2 लोग भी बाहर आ गए। बच्ची पिंकी बीच में खड़ी थी। झटके से वह भी ड्राइवर साइड के गेट से बाहर आ गई। इसके बाद बोलरो नहर में गिर गई। जहां हादसा हुआ, वहां आसपास ग्रामीण थे। बोलेरो नहर में गिरती देख वो लोग बचाने के लिए पानी में कूद गए, लेकिन गेट नहीं खोल पाए। रस्सी बांधकर बोलेरो को किनारे तक लाए, तब जाकर गाड़ी का कुछ हिस्सा बाहर आया। बमुश्किल खिड़की का शीशा तोड़कर एक-एक को बाहर निकाला। तब तक सभी की मौत हो चुकी थी। हादसे के बाद के कई वीडियो सामने आए हैं। इसमें सड़क पर 11 लाशें पड़ी हैं। पानी में डूबी बोलेरो का ईंट से शीशा तोड़ते हुए युवक नजर आ रहे। पुलिस के मुताबिक, हादसे के वक्त कार की स्पीड 60 किमी प्रति घंटे थी। हादसे में बची किशोरी पिंकी ने बताया- हम सभी लोग मंदिर जा रहे थे। जिस वक्त हादसा हुआ, हम लोग भजन गा रहे थे। अचानक हमारी गाड़ी फिसल गई और नहर में जा गिरी। इसके बाद क्या हुआ, कुछ भी याद नहीं। सब कुछ धुंधला सा हो गया। 4 तस्वीरें देखिए- मृतकों में 6 महिलाएं और 3 बच्चे
मृतकों में 6 महिलाएं, 2 पुरुष और 3 बच्चे हैं। मृतकों में सीहा गांव निवासी प्रह्लाद की पत्नी बीना (44), दो बेटियां काजल (22), महक उर्फ रिंकी (14), प्रह्लाद के भाई रामकरण (36), रामकरण की पत्नी अनसुइया (34), बेटा शुभ (7), बेटी सौम्या (9), प्रह्लाद के सबसे छोटे भाई रामरूप की पत्नी दुर्गेश नंदिनी (35), बेटा अमित (14) शामिल हैं। वहीं, रामरूप की एक बेटी रचना (10) लापता है। इसके अलावा प्रह्लाद के पड़ोसी रामललन वर्मा की पत्नी संजू (26) और बहन गुड़िया उर्फ अंजू (20) की भी मौत हो गई। हादसे में प्रह्लाद का एक बेटा सत्यम और एक बेटी पिंकी घायल हैं। पड़ोसी रामललन और ड्राइवर सीतारमण भी घायल हैं। मंदिर का आधा सफर हुआ था
सभी मोतीगंज थाने के सीहा गांव के रहने वाले थे। बोलेरो में प्रह्लाद कसौधन का परिवार और उनके रिश्तेदार थे। हालांकि, वह नहीं थे। प्रह्लाद का गांव में मेवालाल माध्यमिक विद्यालय नाम से इंटर कॉलेज है। वह प्रबंधक हैं। सुबह साढ़े 9 बजे सभी मंदिर दर्शन के लिए निकले थे। गांव से पृथ्वीनाथ मंदिर की 50 किमी है। गाड़ी से आधे से ज्यादा सफर यानी 30 किमी पूरा कर लिया था। हादसे से जुड़े अपडेट्स के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए…


Share Now

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *