गिरिडीह शहर के गांधी चौक पर शनिवार देर शाम हुई तेज बारिश के दौरान मां की गोद से फिसल कर नाली में समा गए बच्चे की बॉडी मिल गई है। जहां घटना घटी वहां से दो किमी दूर बॉडी बरामद की गई है। बॉडी को गिरिडीह सदर अस्पताल भेजा गया है। हादसे के बाद से लगभग 16 घंटे तक तलाशी की गई। घटना उस वक्त हुई जब मासूम अंकुश ठाकुर अपने माता-पिता के साथ कपड़ा खरीदने आया था। अचानक मूसलाधार बारिश शुरू हुई तो उसकी मां बच्चे को गोद में लेकर नाले के किनारे खड़ी हो गई। तभी बच्चा मां की गोद से फिसलकर सीधे नाले में गिर गया और तेज बहाव में बह गया। परिजनों ने बचाने की कोशिश की, लेकिन कुछ ही पलों में मासूम आंखों से ओझल हो गया। घटना के बाद गांधी चौक पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। देखते ही देखते सैकड़ों लोग जुट गए। देर रात तक चला सर्च ऑपरेशन घटना की जानकारी मिलते ही नगर थाना पुलिस, जिला प्रशासन और नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची। तुरंत राहत एवं बचाव अभियान शुरू हुआ। नाले के कई हिस्सों को तोड़ने के लिए तीन जेसीबी मशीन लगाई गईं। भारी बारिश और अंधेरे के बीच भी घंटों तक खोजबीन चलती रही। इस दौरान बच्चे की मां पास के दुर्गा मंदिर में प्रार्थना कर रही थी। देर रात करीब तीन बजे तक जेसीबी और पंप की मदद से नाले में तलाश जारी रही, लेकिन बच्चे का कोई पता नहीं चल पाया। लगातार बारिश और रात गहराने के कारण ऑपरेशन अस्थायी रूप से रोकना पड़ा। सुबह से तेज हुई तलाश, नाराज लोगों ने किया सड़क जाम रविवार सुबह एक बार फिर बड़े पैमाने पर रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया। नगर थाना प्रभारी ज्ञान रंजन ने बताया कि सुबह से ही जेसीबी और अन्य संसाधनों की मदद से नाले की खुदाई और पानी निकालने का काम हो रहा था। इधर, घटना के बाद परिजनों और स्थानीय लोगों में आक्रोश देखा गया। देर रात से ही लोग प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। रविवार सुबह आक्रोशित लोगों ने शहर के बड़ा चौक पर सड़क जाम कर दिया, जिससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। लोगों का आरोप है कि अगर शुरू से ही तेजी और प्रभावी तरीके से कार्रवाई होती, तो मासूम को बचाया जा सकता था।
गिरिडीह में नाले में बहे बच्चे का शव मिला:मां बारिश से बचने की कर रही थी कोशिश, गोद से फिसल नाले में समाया, 16 घंटे चला रेस्क्यू
