गिरिडीह के पचंबा थाना क्षेत्र के रानी तालाब से बुधवार सुबह एक मछुआरे का शव बरामद होने से इलाके में सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान परसाटांड़ निवासी 32 वर्षीय बेंगा मल्हा के रूप में हुई है। बेंगा पिछले 15 वर्षों से मछली पकड़ने का काम कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे। सुबह निकले, शाम तक नहीं लौटे जानकारी के अनुसार, बेंगा मल्हा मंगलवार तड़के सुबह करीब चार बजे मछली पकड़ने के लिए रानी तालाब गए थे। देर शाम तक जब वे घर नहीं लौटे तो परिजनों को चिंता हुई। काफी खोजबीन के बाद भी उनका पता नहीं चला। बुधवार सुबह स्थानीय ग्रामीणों ने तालाब में उनका शव तैरता देखा। इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। पुलिस ने शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा सूचना मिलते ही पचंबा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लिया। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया है। थाना प्रभारी राजीव कुमार ने बताया कि परिजनों की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का स्पष्ट खुलासा हो पाएगा। परिवार पर टूटा दुख का पहाड़ बेंगा मल्हा अपने परिवार का इकलौता सहारा थे। उनके असामयिक निधन से पत्नी और दो छोटे बच्चों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। परिवार की आर्थिक स्थिति पहले से ही कमजोर बताई जा रही है। अब परिवार के भविष्य को लेकर गांव में चिंता व्याप्त है। ग्रामीणों के अनुसार, बेंगा मेहनती और मिलनसार स्वभाव के व्यक्ति थे। वे अपने काम और व्यवहार के कारण पूरे इलाके में जाने जाते थे। उनकी अचानक हुई मौत से गांव में शोक की लहर है। ग्रामीणों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को मदद और मुआवजे की मांग की है।
गिरिडीह के रानी तालाब में मिला मछुआरे का शव:मंगलवार की सुबह मछली पकड़ने गया था, आज पानी में मिली बॉडी, दो बच्चे हुए अनाथ
