कुशीनगर में संस्कृत विद्या प्रबोधिनी पाठशाला में 11 सितम्बर को एक छात्र का शव फंदे से लटका मिला था। पहले इसे सुसाइड बताया गया था लेकिन घटना के 5 दिन बाद पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। छात्र की हत्या कुकर्म का विरोध करने पर की गई थी। इस घटना का मुख्य आरोपी विद्यालय का पूर्व प्रधानाचार्य प्रभुनाथ पांडेय है। उसने कबूल किया है, 11 सितम्बर की रात उसने छात्र के साथ अनैतिक संबंध बनाने का प्रयास किया था। 4 आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार विरोध और शिकायत की धमकी मिलने पर उसने छात्र की गला दबाकर हत्या कर दी थी। इसके बाद शव को सीढ़ी के पास ले जाकर धोती से फंदा बनाकर उसे लटका दिया था। जिससे ये हत्या सुसाइड लगे। हत्या और इसे छुपाने की साजिश में प्रभुनाथ के साथ उसके दोनों बेटे शिवनाथ-रामनाथ और विद्यालय के प्रधानाध्यापक अवधेश द्विवेदी भी शामिल था। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया है। छात्र की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से मामले का खुलासा हुआ है। छात्र की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया था कि खाना के 1 से 1.5 घंटे बाद ही उसकी मृत्यु हुई है। ये मामला कुशीनगर के हाटा कोतवाली क्षेत्र का है। दादा ने करवाया था कृष्णा का एडमिशन बता दें. छात्र का एडमिशन यहां पर 2 साल पहले करवाया गया था। वो 7वीं क्लास का छात्र था। उसके दादा ने यहां पर दाखिला करवाया था। जो संस्कृत की पढ़ाई करता था। वह स्कूल के ही छात्रावास में रहता था। शव का पंचनामा करवाने के लिए विद्यालय के प्रधानाचार्य अवधेश कुमार द्विवेदी ने एक तहरीर दी थी। लेकिन 13 सितंबर को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद परिवार के लोगों ने हत्या का केस दर्ज करवाया है। परिजनों के आने से पहले शव हटाया- पिता छात्र के पिता ने स्कूल प्रशासन पर आरोप भी लगाए थे कि बेटे का शव परिवार के लोगों ने आने से पहले ही हटा दिया गया था। इतना ही नहीं हम लोगों को धमकाया भी गया था। मेरे पिता से गाली-गलौज की गई थी। उन लोगों से कहा गया था, यहां पर ये सब होना आम बात है। इन मौतों से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। छात्र के दादा केंद्रीय पुलिस में उपनिरीक्षक हैं छात्र के पिता हैदराबाद में नौकरी करते हैं। बेटे की मौत की खबर मिलने पर वह वापस आ गए थे। छात्र दो भाइयों में छोटा था। बड़ा भाई गांव में ही पढ़ता है। छात्र के दादा केंद्रीय पुलिस में उपनिरीक्षक हैं। इन दिनों प्रयागराज में तैनात हैं। घटना के समय वो अपने घर पर ही थे। छात्र के घर में दादा दादी, माता-पिता और बड़ा भाई है। मामले में अपर पुलिस अधीक्षक निवेश कटियार ने बताया, 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। सभी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। 25 छात्र छात्रावास में रहते थे बता दें, विद्यालय पूर्व प्रधानाचार्य प्रभुनाथ पांडेय के आवास में संचालित होता है। यहां 50 छात्रों में से 25 छात्र छात्रावास में रहते थे। स्कूल में बच्चों की देखरेख की कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं थी। वर्तमान प्रधानाचार्य डॉ. अवधेश दुबे ने बताया, यहां की देखरेख की जिम्मेदारी भी प्रभुनाथ पर थी। यह खबर भी पढ़ें- गोरखपुर में पशु तस्करों ने की NEET छात्र की हत्या:SP घायल, बवाल-आगजनी; योगी बोले- दोषियों को बख्शेंगे नहीं गोरखपुर में पशु तस्करों और ग्रामीणों में भिड़ंत हो गई। पशु तस्करों ने NEET की तैयारी कर रहे छात्र को खींच लिया। उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी। लाश को घर से 4 किमी दूर फेंक दिया। साढ़े चार घंटे बाद घरवालों को छात्र की खून से लथपथ लाश मिली। उसका सिर कुचला हुआ था। यहां पढ़ें पूरी खबर
कुकर्म का विरोध करने पर हुई थी छात्र की हत्या:सुसाइड दिखाने के लिए शव को लटका दिया था, पूर्व प्रधानाचार्य समेत 4 गिरफ्तार
