इंस्टाग्राम दोस्त से मिलने गया, तब से लापता:बिजनौर में पीटने का आखिरी VIDEO; नेता के भतीजे को पुलिस ने छोड़ा

इंस्टाग्राम दोस्त से मिलने गया, तब से लापता:बिजनौर में पीटने का आखिरी VIDEO; नेता के भतीजे को पुलिस ने छोड़ा
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यूपी के मेरठ का रहने वाला ATM करेंसी वैन का ड्राइवर अमित आर्य 11 जुलाई से लापता है। वह इंस्टाग्राम दोस्त ज्योति राजपूत से मिलने बिजनौर गया था। उसका आखिरी वीडियो सामने आया है। इसमें चार-पांच लोग खेत में उसे न्यूड कर पीट रहे हैं। गोली मारने की बात कर रहे हैं। इसमें एक आरोपी रालोद के पूर्व जिलाध्यक्ष का भतीजा है। मेरठ पुलिस ने वीडियो के आधार पर उन लोगों से पूछताछ की। मारपीट (शांति भंग) के मामूली आरोप में गिरफ्तारी दिखाकर पल्ला झाड़ लिया। एक महीने से अमित का परिवार दर-दर की ठोकरें खा रहा है। मेरठ से बिजनौर तक चक्कर काट रहा है। अमित जिंदा भी है, इसकी उम्मीद परिजन छोड़ चुके हैं। 12 अगस्त को इस केस में पंचायत बुलाई गई, जिसमें फैसला लिया गया कि जल्द बरामदगी नहीं हुई तो DGP दफ्तर घेरेंगे। पूरा मामला क्या था? कैसे दोस्ती हुई? पिटाई करने वाले कौन थे? कहां-कहां कॉम्बिंग हो रही है? फैमिली वाले और पुलिस अफसर क्या कहते हैं? दैनिक भास्कर ने ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर ये सब जाना… सबसे पहले पूरा मामला समझिए कंपनी से हाफ-डे लिया, बस अड्डे पर गया, फिर लापता
मूलरूप से बागपत जिले में गांव रठौड़ा में रहने वाला अमित आर्य (38) फिलहाल मेरठ में सिविल लाइन थाना क्षेत्र की मध्य गंगनहर कॉलोनी में रहता है। वह एटीएम में कैश डालने वाली कंपनी हिताची की गाड़ी पर ड्राइवर है। 11 जुलाई, 2025 को अमित कंपनी से हाफ-डे लेकर निकला। कंपनी के सहकर्मियों ने उसको मेरठ के भैंसाली बस डिपो पर छोड़ा। इसके बाद वो लापता हो गया। मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ हो गया। फैमिली को जांच में पता चला कि इंस्टाग्राम पर कुछ दिनों पहले ही बिजनौर के चांदपुर में रहने वाली ज्योति राजपूत नामक लड़की से उसकी फ्रेंडशिप हुई थी। ज्योति से मिलने वो बिजनौर गया था। अमित आर्य के चचेरे भाई अनुराग आर्य ने बताया- हम अपने भाई की तलाश करते हुए बिजनौर पहुंचे। वहां कुछ लोगों ने बताया कि एक महिला और 4 पुरुष अकोधा नहर के पास खेत में अमित को पीट रहे थे। फिर उसको अपनी गाड़ी में डालकर ले गए। 28 जुलाई को अनुराग ने मेरठ के थाना सदर बाजार में अपहरण-मारपीट की एफआईआर दर्ज कराई। मेरठ पुलिस ने शून्य एफआईआर दर्ज करके केस को बिजनौर के थाना चांदपुर को ट्रांसफर कर दिया। वायरल वीडियो…खेत में कपड़े उतरवाए, डंडे से पीटा
अमित आर्य की जो आखिरी वीडियो सामने आया है, उसमें वो खेत में अर्द्धनग्न हालत में खड़ा है। अंडरवियर और जींस घुटने तक उतरी हुई है। पूरे शरीर पर पिटाई के निशान हैं। कुछ लोग उससे जबरन शर्ट भी उतरवा रहे हैं। अमित ने जब अपने कपड़े उतारे, उसके पूरे शरीर पर पिटाई के गहरे घाव बने हुए थे। यानी इस घटनाक्रम से पहले भी उसको बर्बरता से पीटा गया था। कपड़े उतारने के बाद खेत में अमित को डंडों से बुरी तरह पीटा जाता है। अमित जमीन पर लेटकर हाथ जोड़कर कहता है- ‘भाई पैर टूट जाएगा’। आरोपी उस पर कोई रहम नहीं खाते और लगातार पीटते रहते हैं। पिटाई की वजह से उसका टॉयलेट भी निकल जाता है। पुलिस और अमित की फैमिली की जांच में पता चला है कि ये वीडियो बिजनौर जिले में अकोधा नहर के पास एक खेत में बनाया गया है। यहां से कुछ ही दूरी पर उसी लड़की का गांव है, जिससे अमित मिलने के लिए गया था। बिजनौर पुलिस बीते दिनों इस घटनास्थल पर जांच करने के लिए गई, लेकिन कोई सबूत हाथ नहीं लगा। एक आशंका ये भी है कि अमित को नहर में न फेंक दिया गया हो। ज्योति बोली- मेरे पास आया था, कुछ लोग साथ ले गए
मेरठ की सदर बाजार थाना पुलिस ने अमित आर्य की मोबाइल कॉल डिटेल्स खंगाली। पता चला कि वो बिजनौर में चांदपुर क्षेत्र निवासी ज्योति राजपूत से कई बार कॉल पर बात करता था। पुलिस ने ज्योति को मेरठ बुलाया। ज्योति ने बताया कि अमित आया था, लेकिन कुछ लोग उसको अपने साथ गाड़ी में ले गए थे। ज्योति ने उन लोगों के नाम-पते भी पुलिस को बताए। इस आधार पर वीडियो में मारपीट करने वालों की पहचान सचिन और शुभम निवासी ग्राम कौशल्या, थाना चांदपुर बिजनौर के रूप में हुई। सचिन के बारे में पता चला है कि वो बिजनौर में राष्ट्रीय लोकदल के पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक चौधरी का भतीजा है। मेरठ पुलिस ने शुभम-सचिन को भी पूछताछ के लिए मेरठ बुलाया। इन दोनों युवकों ने बताया- हमने पिटाई करने के बाद अमित को छोड़ दिया था। फिर हमें नहीं पता, अमित कहां गया। इधर, अमित आर्य के परिजन तभी मेरठ के थाना सदर बाजार पहुंच गए। यहां दोनों पक्षों में गहमागहमी हो गई। इसके बाद 28 जुलाई को पुलिस ने ज्योति, सचिन और शुभम तीनों को शांतिभंग की धाराओं में गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, बाद में तीनों को जमानत मिल गई। 28 जुलाई को अमित आर्य के चचेरे भाई अनुराग आर्य ने अज्ञात के खिलाफ मारपीट-अपहरण का केस मेरठ के थाना सदर बाजार में दर्ज कराया। चूंकि घटनास्थल बिजनौर का था, इसलिए मेरठ पुलिस ने शून्य FIR दर्ज करके ये केस बिजनौर के थाना चांदपुर को ट्रांसफर कर दिया। अब पीड़ित परिजनों की बात- पुलिस सख्ती से पूछती, तो अमित का पता चल पाता
लापता अमित आर्य के चचेरे भाई अनुराग आर्य कहते हैं- मेरठ की सदर बाजार थाना पुलिस की इस केस में पूरी लापरवाही रही। पुलिस के पास खेत में पीटते हुए वीडियो था। आरोपी भी पुलिस के पास थे। इसके बावजूद पुलिस ने वीडियो नजरअंदाज करके आरोपियों को मात्र मामूली धाराओं में गिरफ्तार करके छोड़ दिया। उनसे सख्ती से पूछताछ नहीं की गई। पुलिस अगर सख्ती से पूछती तो आरोपी वहीं बता देते कि अमित कहां है? रठौड़ा गांव में बुलाई गई पंचायत
रठौड़ा गांव में एक स्कूल के प्रिंसिपल प्रवीण कुमार ने बताया- 12 अगस्त को इस मामले में रठौड़ा गांव में एक पंचायत बुलाई गई। इसमें खोखर चौबीसी के मुखिया सुभाष चौधरी, पूर्व विधायक वीरपाल राठी, चौबीसी के प्रधान सतवीर और इंद्रपाल चौधरी, अरुण प्रधान, पंकज आदि प्रमुख लोग उपस्थित रहे। सभी ने मेरठ पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। फैसला लिया है कि जल्द इस केस में उच्चाधिकारियों से मिलेंगे। फिर भी सुनवाई नहीं हुई, तो लखनऊ जाकर DGP से बात की जाएगी। प्रधान बोले- पुलिस ने राजनीतिक प्रेशर में आरोपी छोड़े
गांव रठौड़ा के प्रधान अरुण खोखर ने बताया- हमने सबसे पहले चांदपुर (बिजनौर) जाकर लापता अमित आर्य की कॉल डिटेल निकलवाई। इस आधार पर मेरठ में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। मेरठ पुलिस ने राजनीतिक प्रेशर में आकर सभी आरोपी युवक छोड़ दिए। जिस जगह अमित की पिटाई की गई, हम वहां भी छानबीन करने पहुंचे थे, लेकिन हमें वहां कुछ नहीं मिला। वायरल वीडियो में जो लड़के दिख रहे हैं, वो कह रहे हैं कि हमने पिटाई करके अमित को छोड़ दिया था। लेकिन, वीडियो में जो स्थिति दिख रही है, उससे हमें नहीं लगता कि उन्होंने अमित को जिंदा छोड़ा होगा। बिजनौर पुलिस ने कई टीमें बनाई, खोजबीन जारी अमित केस में क्या अपडेट है, ये जानने के लिए हमने बिजनौर पुलिस से भी बात की। SP देहात विनय कुमार सिंह ने बताया– 13 जुलाई 2025 को अमित आर्य के लापता होने की गुमशुदगी मेरठ में दर्ज हुई थी। 26 जुलाई को मेरठ पुलिस ने बिजनौर के सचिन और ज्योति को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। इसके बाद 28 जुलाई को अमित के भाई अनुराग आर्य ने घटनास्थल बिजनौर का बताया। इस आधार पर बिजनौर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है। प्रकरण में थाना चांदपुर पुलिस द्वारा कई टीमें गठित कर दी गई हैं। जल्द ही लापता शख्स को बरामद करके आरोपी की गिरफ्तारी की जाएगी। मुकदमा दर्ज होने के बाद से सभी नामजद आरोपी अपने घरों से फरार चल रहे हैं। उनके मोबाइल भी स्विच ऑफ हैं। …………….. ये खबर भी पढ़ें… नोएडा में बिल्डर्स को अफसरों ने पहुंचाया अरबों का फायदा:GNIDA ने सरकार को लगाई चपत, CAG रिपोर्ट में खुलासे के बाद खलबली यूपी ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण (GNIDA) के अधिकारियों ने बिल्डर्स और रियल एस्टेट कारोबारियों पर जमकर मेहरबानी दिखाई। प्राधिकरण को हजारों करोड़ का नुकसान पहुंचाया। GNIDA 21 सालों में केवल 52 फीसदी भूखंडों पर इंडस्ट्री डेवलप कर सकी। भूखंडों के आवंटन में धांधली के साथ ही बिल्डर्स पर बकाया करोड़ों रुपए की वसूली में भी हीलाहवाली की गई। भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (CAG) ने 2005-06 से 2017-18 तक भूमि अधिग्रहण, औद्योगिक, बिल्डर्स, ग्रुप हाउसिंग, वाणिज्यिक, स्पोर्ट्स सिटी, संस्थागत एवं आईटी, फॉर्म हाउस और अन्य परिसंपत्तियों के आवंटन की ऑडिट की। पढ़िए पूरी खबर…


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