अरवल के वंशी थाना मुख्यालय के गाजीपुर गांव में अवैध रूप से संचालित क्लिनिक में सोमवार को प्रसव के बाद महिला की मौत हो गई। मृतका की पहचान किसुनपुर निवासी निरमा कुमारी (20) के रूप में हुई। परिजनों ने बताया कि डिलीवरी के लिए उसे गाजीपुर स्थित एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया था। परिजनों का आरोप – डॉक्टर ने मांगी थी मोटी रकम निरमा के पति नौलेश रविदास ने पुलिस को बताया कि क्लिनिक के संचालक सह चिकित्सक रंजीत यादव, हंसराजबाग निवासी, ने ऑपरेशन के लिए 20 हजार रुपए लिए थे। सोमवार को ऑपरेशन कर बच्चा तो सुरक्षित निकाल लिया गया, लेकिन इसके बाद महिला की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी। समय पर नहीं किया रेफर परिजनों का कहना है कि उन्होंने बार-बार डॉक्टर से बाहर रेफर करने की गुहार लगाई, लेकिन डॉक्टर ने कहा कि “रिकवरी हो जाएगी, घबराने की जरूरत नहीं।” कई घंटे बाद भी निरमा की हालत में सुधार नहीं हुआ। डॉक्टर ने उसे एक अन्य क्लिनिक में ले जाने को कहा। परिजन गंभीर हालत में महिला को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सोनभद्र पहुंचे, जहां भर्ती से पहले ही उसे मृत घोषित कर दिया गया। क्लीनिक पर ताला, डॉक्टर परिवार समेत फरार जब परिजन वापस गाजीपुर स्थित क्लिनिक पहुंचे तो वहां ताला लटका मिला। डॉक्टर रंजीत यादव परिवार समेत फरार थे। गुस्साए परिजनों ने शव को क्लिनिक के बाहर रखकर हंगामा शुरू कर दिया और कार्रवाई की मांग की। पुलिस और प्रशासन की पहल सूचना पर वंशी थानाध्यक्ष धीरज कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और परिजनों से घटना की जानकारी ली। बाद में बीडीओ और सीओ भी घटनास्थल पहुंचे। उन्होंने परिजनों को समझाकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल, अरवल भेजा। स्थानीय लोगों ने मांग की कि अवैध रूप से चल रहे इस तरह के क्लिनिक पर रोक लगाई जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो। पुलिस ने कहा है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
अवैध नर्सिंग होम में डिलीवरी के दौरान महिला की मौत:डॉक्टर ने 20 हजार में ऑपरेशन किया, मौत के बाद परिवार समेत फरार
